रिचर्ड नेल्सन के निबंध का भारतीय संस्करण हो सकता है, ‘द मून एंड मणिपुर’: जयराम रमेश

मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi on Manipur violence) की चुप्पी के खिलाफ अपने ताजा तंज में कांग्रेस महासचिव जयराम.

  • Written By:
  • Updated On - July 15, 2023 / 03:13 PM IST

नई दिल्ली, 15 जुलाई (आईएएनएस)। मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi on Manipur violence) की चुप्पी के खिलाफ अपने ताजा तंज में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश (Congress General Secretary Jairam Ramesh) ने कहा कि प्रसिद्ध अर्थशास्त्री रिचर्ड नेल्सन के निबंध ‘द मून एंड द गेटो’ के भारतीय संस्करण में लिखा जा सकता है, ‘द चंद्रमा और मणिपुर।’

एक लंबे ट्विटर पोस्ट में, कांग्रेस नेता ने कहा, “जनवरी 1977 में येल विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री रिचर्ड नेल्सन ने ‘द मून एंड द गेटो’ नामक एक प्रभावशाली निबंध प्रकाशित किया। ग्रेजुएट स्कूल में मेरे जैसे लोगों के लिए इसे पढ़ना आवश्यक हो गया।

नेल्सन ने सवाल उठाया, ऐसा क्यों है कि तकनीकी रूप से गतिशील अमेरिका मनुष्य को चंद्रमा पर उतारने में सक्षम है, लेकिन अपने घरेलू विशेषकर आंतरिक शहरों की समस्याओं को सार्थक ढंग से निपटाने में असमर्थ है।

रमेश ने कहा, “हम चंद्रमा पर जा सकते हैं, लेकिन उन बुनियादी मुद्दों से निपटने में असमर्थ या अनिच्छुक हैं जिनका हमारे लोग घर पर सामना करते हैं। नेल्सन निबंध का एक भारतीय संस्करण इस प्रकार हो सकता है, ‘द मून एंड मणिपुर’।” रमेश का यह तंज मोदी द्वारा इसरो के चंद्र मिशन चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण पर भारत के वैज्ञानिकों के अथक समर्पण की सराहना करने के एक दिन बाद आया है।

इसरो के एक ट्वीट को साझा करते हुए, मोदी ने कहा था, “चंद्रयान -3 भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखता है। यह हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठाते हुए ऊंची उड़ान भरता है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। मैं उनकी भावना और सरलता को सलाम करता हूं!”

कांग्रेस पूर्वोत्तर राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति और महीनों से चली आ रही हिंसा को नियंत्रित करने में विफलता को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करती रही है। पार्टी ने बार-बार प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया है और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को तत्काल हटाने की भी मांग की है।

यह भी पढ़ें: अबू धाबी पहुंचे PM मोदी, संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए द्विपक्षीय वार्ता को उत्सुक