नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)| कर्नाटक की वित्तीय हालत (Financial condition of Karnataka) का हवाला देते हुए भाजपा (B J P) ने एक बार फिर से कांग्रेस की चुनावी घोषणाओं की तुलना रेवड़ी की राजनीति से करते हुए यह सवाल पूछा है कि कर्नाटक सरकार के वित्त विभाग द्वारा लिखे गए पत्र के बाद अब क्या कांग्रेस, कर्नाटक में मुफ्त बस यात्रा के अपने वादे को पूरा करने के लिए अपनी जेब से पैसे देगी? भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने कर्नाटक सरकार के वित्त विभाग द्वारा स्थानीय भाषा में लिखे गए एक पत्र को शेयर कर कांग्रेस की रेवड़ी की राजनीति से पहले से ही कर्नाटक के प्रभावित होने की बात कहते हुए सवाल पूछा कि, कर्नाटक सरकार के वित्त विभाग ने केएसआरटीसी और बीएमटीसी सहित आरटीसी को सूचित किया है कि वह मजदूरी और ईंधन व्यय के भुगतान के लिए अतिरिक्त अनुदान प्रदान नहीं कर सकता है। क्या कांग्रेस अब मुफ्त बस यात्रा का वादा अपनी जेब से पूरा करेगी?
दरअसल, कर्नाटक का चुनाव जीतने से उत्साहित कांग्रेस ने अब राजस्थान और मध्य प्रदेश में चुनावी घोषणाओं की बहार ला दी है। इस रणनीति से उत्साहित कांग्रेस इसे अपने चुनावी अभियान का एक तरह से अंग बनाने का फैसला कर चुकी है। यही वजह है कि भाजपा लगातार कर्नाटक की वित्तीय हालत का जिक्र कर अन्य राज्यों के मतदाताओं को संदेश देने का प्रयास कर रही है। भाजपा ने इस बार अभी से राजस्थान की वित्तीय हालत और घाटे पर भी सवाल उठाना शुरू कर दिया है।
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