जशपुर। जशपुर जिले की पुलिस (Jashpur district police) ने माह जनवरी 2024 से अब तक कुल 36 प्रकरणों में 43 आरोपियों को गिरफ्तार कर 431 गौवंश को तस्करों से मुक्त कराया (Freed 431 cows from smugglers) है। इसकी एक रिपोर्ट आपके सामने पेश है।
➡️पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में माह जनवरी 2024 से अब तक गौ तस्करों के विरूद्ध विशेष अभियान चलाकर कुल 36 प्रकरणों में 43 आरोपियों को गिरफ्तार कर 431 गौवंश को तस्करी होने से बचाया गया है।
➡️गौ तस्करों द्वारा तस्करी करने में अधिकतर पीकअप वाहन एवं ट्रक का प्रयोग करते हैं, इस दौरान पुलिस द्वारा लगातार कार्यवाही कर तस्करों से पीकअप वाहन -18, छोटा हाथी-02, ट्रक-01 एवं अल्टो कार 01 नग को जप्त किया गया गया है, जिसकी कुल कीमत लगभग 02 करोड़ रू. है। गौ तस्करी में प्रयुक्त अधिकतर वाहन का रजिस्ट्रेशन झारखंड राज्य में हुआ है।
➡️गौ-तस्करी में प्रयुक्त सर्वाधिक थाना लोदाम द्वारा पीकअप वाहन क्र. JH 01 FA 4057, JH 01 FJ 2568, JH 01 FE 9799, JH 01 EL 5986, JH 02 AS 5243, JH 01 FP 1270, जे.एच. 01 एफ.पी/2421, JH 01 EH 4830, JH 19 E 7954, JH 01 ET1457, JH 01 FF 4925, JH 19 E 7804, JH 03 L9806, MH 12 TREU 0797 एवं आल्टो कार JH 10 W 2209, थाना कुनकुरी द्वारा पीकअप वाहन क्र. JH 01 EX 8675 एवं JH 01 FC 5480, थाना नारायणपुर द्वारा पीकअप वाहन क्र. JH 01 FE 7395, थाना तुमला द्वारा पीकअप वाहन क्र. OD 16 A 2018 एवं छोटा हाथी वाहन क्र. JH 01 EU 9753, थाना कांसाबेल द्वारा ट्रक क्र. JH 01 AR 7060, चौकी मनोरा द्वारा पीकअप वाहन क्र. JH 01 FM 4170 को जप्त किया गया है।
➡️पुलिस द्वारा गौ तस्करी में प्रयुक्त वाहनों को लगातार जप्त करने एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने पर उन्हें निश्चित ही बड़ी आर्थिक छति हो रही है, अब वे वाहनों में तस्करी करना कम कर दिये हैं। जशपुर पुलिस द्वारा निरंतर इनके सप्लाई चेन को निरंतर ध्वस्त किया जा रहा है। गिरफ्तार हुये गौ तस्करों को तस्करी का धंधा छोड़ कर अन्य दूसरे व्यवसाय से जुड़ने हेतु कहा जा रहा है। कलेक्टर जशपुर की ओर गौ तस्करी में जप्त वाहनों की राजसात करने की प्रक्रिया हेतु भेजा गया है।
➡️पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह द्वारा कहा गया है कि – “जशपुर पुलिस की इस कार्यवाही से गौ तस्करों पर निष्चित् रूप से बड़ा आर्थिक चोंट पहुंचा है, जशपुर पुलिस का गौ-तस्करों के विरूद्ध लगातार अभियान जारी रहेगा, तस्करी का नेक्सस को पूरी तरह ध्वस्त करना उद्देष्य है। गिरफ्तार हुये पशु तस्करों को तस्करी का धंधा छोड़ कर अन्य दूसरे व्यवसाय से जुड़कर अच्छा सामाजिक जीवन जीने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है।”
यह भी पढ़ें : Chhattisgarh : दो IPS को मिला नया प्रभार
यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ : रक्षाबंधन त्योहार से पूर्व 72 ट्रेनें रद्द, 22 के बदले गए रूट