सलमान आगा ने भी बढ़ाया हाथ, ऑपरेशन सिंदूर पीड़ितों को मैच फीस देंगे पाक कप्तान

By : dineshakula, Last Updated : September 29, 2025 | 12:24 pm

दुबई: भारत से एशिया कप फाइनल हारने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान सलमान अली (Salman Agha) आगा ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि पूरी पाकिस्तानी टीम अपनी मैच फीस भारत के ऑपरेशन सिंदूर में प्रभावित हुए नागरिकों और बच्चों की मदद के लिए दान करेगी।

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगा ने कहा कि हमने टीम के तौर पर फैसला किया है कि हमारी मैच फीस उन नागरिकों और बच्चों को दी जाएगी जो भारत के हमले से प्रभावित हुए हैं।

इससे पहले भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने एशिया कप की पूरी मैच फीस देश की सेना और अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीड़ितों को दान देने की घोषणा की थी। उस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी। इसके जवाब में भारत ने दो हफ्ते बाद पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, जिसमें सीमा पार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।

सलमान आगा ने ट्रॉफी विवाद पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारत ने जब ट्रॉफी लेने से इनकार किया और पाकिस्तानी अधिकारियों से हाथ नहीं मिलाया, तो यह सिर्फ पाकिस्तान का नहीं बल्कि क्रिकेट का अपमान है। उन्होंने कहा कि हम फोटो सेशन के लिए खुद मंच पर गए और मेडल भी लिए क्योंकि यह खेल का हिस्सा है।

उन्होंने कहा कि भारतीय टीम का व्यवहार बहुत निराशाजनक था। मैं सख्त शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहता, लेकिन जो हुआ वह खेल भावना के खिलाफ था।

फाइनल मुकाबले के बाद ट्रॉफी सेरेमनी में भी विवाद देखने को मिला। भारतीय टीम ने एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष और पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद नकवी ट्रॉफी लेकर होटल चले गए।

कार्यक्रम लगभग एक घंटे की देरी से शुरू हुआ और अंत में प्रेजेंटर साइमन डूल ने बताया कि भारतीय टीम पुरस्कार नहीं लेगी। हालांकि कुलदीप यादव, अभिषेक शर्मा और तिलक वर्मा ने मंच पर मौजूद अन्य अतिथियों से व्यक्तिगत पुरस्कार जरूर लिए। लेकिन जब नकवी मंच पर थे, तब भारतीय खिलाड़ियों ने उन्हें नजरअंदाज किया। नकवी ने भी भारतीय खिलाड़ियों के लिए कोई ताली नहीं बजाई।

बाद में बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने बताया कि भारत पहले ही फैसला कर चुका था कि वह नकवी से ट्रॉफी नहीं लेगा क्योंकि वे पाकिस्तान के गृह मंत्री भी हैं और भारत के लिए संवेदनशील मुद्दे से जुड़े हैं।