केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसी अवधि के दौरान विदेशी सैटेलाइट की लॉन्चिंग से सरकार द्वारा उत्पन्न विदेशी मुद्रा राजस्व लगभग 143 मिलियन डॉलर और 272 मिलियन यूरो है।
चंद्रयान-4 को सोमनाथ ने विशेष परियोजना बताते हुए कहा, "इस बार, हम चंद्रमा पर जाएंगे और वापस लौटेंगे। यह एक अतिरिक्त चुनौती है।
हम समय पर काम कर रहे हैं और सभी चीजों को अंतिम रूप देने वाले हैं। हम जिस बारे में बात कर रहे हैं वह एक नया लॉन्च पैड है।"
वैज्ञानिकों ने मून मिशन की कामयाबी के बाद पीएम मोदी की बातचीत का जिक्र किया। कहा कि उनके प्रेरक शब्दों ने आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस सफल लांचिंग के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन डॉ. एस. सोमनाथ ने कहा, “एसएसएलवी की तीसरी उड़ान सफलतापूर्वक पूरी हो गई है।
जीएसएलवी रॉकेट की आखिरी उड़ान 29 मई, 2023 को थी और रॉकेट का कोडनेम 'जीएसएलवी-एफ12' रखा गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि भारत (India) की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल1 सफलतापूर्वक अपने गंतव्य तक पहुंच गई है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भारत की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल 1 के अपने गंतव्य स्थल एल-1 प्वाइंट पर सफलतापूर्वक पहुंचने पर................
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने वर्ष 2024 को गगनयान वर्ष का नाम दिया है और 2025 में मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन को साकार करने से पहले कई परीक्षणों की योजना बनाई है।
भारत ने सोमवार को अपने एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट (EXPOSAT) की परिक्रमा करके नए साल की शानदार शुरुआत की।