भारत के नए रॉकेट स्मॉल सैटेलाइट (Rocket Satellite) लॉन्च व्हीकल (एसएसएलवी-डी2) ने शुक्रवार सुबह 156.3 किलोग्राम वजनी अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट-07 (ईओएस-07) के साथ उड़ान भरी।
दो अंतरिक्ष एजेंसियों, भारत के इसरो (ISro) और अमेरिका के नासा द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित पृथ्वी विज्ञान उपग्रह नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार (निसार) (Nisar) के विमोचन समारोह में दोनों ने अपनी-अपनी परंपराओं का पालन किया।
पिछले साल दिसंबर में 5,000 किलोमीटर तक के दायरे में लक्ष्य भेदने में सक्षम अग्नि-5 परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का रात के समय सफल परीक्षण किया गया था।
माइक्रोसॉफ्ट फॉर स्टार्टअप्स फाउंडर्स हब' के माध्यम से, भारत में स्पेस-टेक स्टार्टअप संस्थापकों के पास तकनीकी उपकरणों और संसाधनों तक मुफ्त पहुंच होगी, जिसकी उन्हें अपना व्यवसाय बनाने और चलाने के लिए जरूरत होगी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) श्रीहरिकोटा में अपने केंद्र से देश का पहला निजी तौर पर विकसित रॉकेट ‘विक्रम-एस' का सफल प्रक्षेपण आज ठीक 11.30 बजे हुआ.
भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम शुक्रवार को नयी ऊंचाइयां छुएगा जब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) श्रीहरिकोटा में अपने केंद्र से देश का पहला निजी तौर पर विकसित रॉकेट ‘विक्रम-एस' का प्रक्षेपण करेगा.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) शुक्रवार को इतिहास रचने के लिए पूरी तरह तैयार है
निजी रॉकेट स्टार्टअप स्काईरूट एयरोस्पेस के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि रॉकेट लॉन्च और ट्रैकिंग सेवाओं के लिए भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा शुल्क नाममात्र का है।