यह पूरा मामला समस्तीपुर के रोसड़ा के रहने वाले शिवभक्त शिवशंकर महतो से जुड़ा है जो एक भव्य शिव मंदिर का निर्माण करवा रहे हैं।
रामनाथस्वामी मंदिर के मुख्य देवता भगवान शिव हैं और व्यापक मान्यता है कि भगवान राम और सीता ने यहां पूजा की थी।
1 जनवरी की 5 लाख से अधिक की संख्या को छोड़ दिया जाए तो बाकी दिनों में एक लाख से ज्यादा भक्तों ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगायी है। जीर्णोद्धार के पहले विश्वनाथ धाम में 30 से 40 लाख दर्शनार्थी साल भर में आते थे। श्री काशी विश्वनाथ धाम में सुविधाओं के विस्त
इसे आस्था कहें कि अंधविश्वास लेकिन कभी-कभी आंखों के सामने जो सच्चाई दिखती है, उसे नाकारा भी नहीं जा सकता। वैसे ये कोई बात नहीं है। शायद आप सभी को याद होगा कि सन 1995 में चतुर्थी के दिन गणेश की मूर्तियों के भी पानी पीने की खबर आग तरह पूरे देश में फैल गई थी।