लखनऊ, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में कई विभागों के वेब पोर्टल्स को उन्नत व नई सुविधाओं से युक्त बनाया जा रहा है। इसके अलावा कुछ विभागों में जनरल वर्किंग प्रॉसेस को और सक्षम बनाने के लिए अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर के विकास पर भी कार्य चल रहा है।
इसी क्रम में अब उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट सिस्टम्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPDESCO) ने भी अपने वेब पोर्टल के एनुअल मेंटिनेंस प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है। वेब पोर्टल को नई सुविधाओं से लैस करने के साथ ही खासतौर पर ट्रेनिंग सर्टिफिकेट इश्यूएंस व मैनेजमेंट सुविधा से लैस करने की तैयारी हो रही है।
इस एनुअल मेंटिनेंस प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए यूपीडेस्को द्वारा वार्षिक अनुबंध के आधार पर एजेंसी का चयन कर निर्धारित कार्य आवंटित किया जाएगा।
खास बात यह है कि इस प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए यूपीडेस्को में ए, बी, सी व स्टार्टअप केटेगरी के तहत इंपैनल्ड सॉफ्टवेयर कंपनियों में से ही सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी का चयन किया जाएगा।
विभाग के अधिकारी ने बताया कि यूपीडेस्को वेब पोर्टल के मेंटिनेंस की प्रक्रिया सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी द्वारा पूर्ण की जाएगी तथा कई सुविधआओं से लैस भी करेगी। मेंटिनेंस प्रक्रिया पूरी होने पर सिंगल लॉगिन पैनल के रूप में वेब पोर्टल रोल बेस्ड एक्सेस सिस्टम के तौर पर कार्य करने में सक्षम होगा। इससे यूपीडेस्को से जुड़े इंस्टीट्यूशंस में ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे ट्रेनियों के रजिस्ट्रेशन व सर्टिफिकेट डिस्ट्रीब्यूशन की प्रक्रिया को पेपरलेस बनाने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा, वेब पोर्टल के आंकड़ों को मैनेज करने में भी मदद मिलेगी। मेंटिनेंस प्रक्रिया पूर्ण होने पर वेब पोर्टल के ऑनलाइन डेटा अवेलेबिलिटी को सुनिश्चित करने व फंक्शनिंग प्रॉसेस को मैनेज करना आसान हो जाएगा।
कार्य विवरण के अनुसार, वेब पोर्टल को जिन नए फीचर्स से लैस किया जाएगा जिससे उसे एंड टू एंड मैनेजमेंट युक्त रियलटाइम अपडेट फॉर्मैट पर लाने में मदद मिलेगी। इसके अतिरिक्त, क्लाउड बेस्ड वेब पोर्टल के तौर पर भी यूपीडेस्को के वेब पोर्टल का विकास किया जाएगा जो डैशबोर्ड युक्त भी होगा। इन सभी कार्यों को पूर्ण करने के लिए यूपीडेस्को जिस सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी को आबद्ध करेगी वह उचित जनशक्ति को भी आबद्ध करने के लिए पात्र होगा।
उन्होंने बताया कि उद्योग निदेशालय (श्रम विभाग) कानपुर के लिए यूपीडेस्को द्वारा यूपी एमएसएमई पोर्टल के सिक्योरिटी ऑडिट की प्रक्रिया भी प्रस्तावित है जिसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस क्रम में, यूपीडेस्को द्वारा ए, बी, सी व स्टार्टअप केटेगरी के तहत इंपैनल्ड सॉफ्टवेयर कंपनियों में से ही सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी का चयन किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी द्वारा कार्यावंटन के बाद 60 दिन की अवधि में पूर्ण करना होगा। यह केवाईसी इंफ्रास्ट्रक्चर के सभी पहलुओं को कवर करने वाली तकनीकी व गैर-तकनीकी ऑडिट का एक संयोजन होगा जो कि रिक्वेस्टिंग ऐंटिटी कॉम्प्लाएंस चेकलिस्ट वी-3.0 पर आधारित होगा।