रायपुर। पुरंदर मिश्रा रायपुर उत्तर विधानसभा (Purandar Mishra Raipur North Assembly) से BJP के ऐसे विधायक हैं, जो पार्टी के प्रति सैदव समर्पित भाव से जुड़े हैं। उन्होंने कभी जीवन में कोई पद की अपेक्षाएं पार्टी से नहीं पाली। बल्कि वे नि:स्वार्थ भाव से सिर्फ पार्टी के हर अभियान में जुटे रहें। इन्होंने अपनी राजनीतिक जमीन महासमुंद जिले के बसना और सरायपाली को बनाई। इसके अलावा वे रायपुर के उत्तर विधानसभा को भी साधे रखा। वह भी खुद के लिए पार्टी के लिए वे एक साथ 3 विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय रहे। यानी अगर देखा जाए तो वे रायपुर के साथ-साथ महासमुंद के अंचल के विधानसभा में अपनी राजनीतिक सक्रियता वर्षों से बनाए रखी। इसके चलते वे धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में अपनी छवि राजनेता कम और एक समाज सेवक के रूप में बनाई। इन्होंने अपने राजनीतिक सफर के साथ रायपुर में भगवान जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कराकर बीजेपी की सनातनी विचारधारा को पुष्ट किया। इनकी छवि का लाभ बीजेपी को ओडिशा में भी मिलता है, क्योंकि वहां भी उनकी राजनीतिक पकड़ है।
इस तरह बसना विधानसभा का पूरा क्षेत्र भाजपा मय होते चला गया। पुरन्दर मिश्रा सामान्य बोल चाल में अक्सर यह बोला करते थे कि उन्हें पार्टी से टिकट मिला तो उनकी जीत सुनिश्चित है। पर हंस कर यह भी बोलने नहीं चूकते थे कि उन्हें टिकट मिले जब न! और देखिए उनकी किस्मत कहें या धैर्य की परीक्षा इस बार के चुनाव में उन्हें जब कर्म भूमि बसना के बजाय अपने धर्म भूमि रायपुर उत्तर से मैदान में उतार दिया गया,तो उन्होंने यह युद्ध भारी मतों से जीत कर साबित कर दिया कि वे चुनाव जीतना जानते हैं।इस तरह प्रदेश की राजनीति में पुरन्दर मिश्रा का नाम उस श्रेणी में भी जुड़ गया जो अपने क्षेत्र के इतर भी चुनाव जीत सकने की क्षमता रखते हैं।
इस बार हुए विधानसभा के चुनाव में वे रायपुर उत्तर विधानसभा से प्रत्याशी बनाये जाने की वजह से पिछले कई महीनों से उनका बसना क्षेत्र में जाना अवरुद्ध सा हो गया था।जबकि पुरन्दर मिश्रा का बसना से एक तरह से भावनात्मक जुड़ाव रहा है। आज जब वे विधायक के रूप में बसना क्षेत्र में पहुंचे तो मानो वहां के लोगों को ऐसा महसूस हुआ उनका वर्षों का सपना साकार हो गया और हजारों की संख्या में लोग उनके स्वागत में रोड़ पर उतर आए। जगह-जगह ऐतिहासिक स्वागत के साथ उनका अभिवादन किया गया।लग रहा था जैसे विधानसभा के परिणाम आज ही आये हों।
भाजपा की ऐतिहासिक जीत से लेकर सत्ता में वापसी को लेकर विधायक पुरन्दर मिश्रा का मानना है, चुनाव एक युद्ध है, ये केवल एक चुनावी जुमला नहीं है। इस युद्ध के दो सबसे बड़े योद्धा नरेंद्र मोदी और अमित शाह हैं जो इस पर अमल भी करते हैं। पुरन्दर मिश्रा आगे कहते हैं,प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी केवल हिंदुत्व के भरोसे न रहकर, उम्मीदवारों का चयन करते समय जाति, उप-जाति, सामाजिक संरचना और निर्वाचन क्षेत्रों की दूसरी बारीकियों पर भी गहराई से गौर करके रणनीति तैयार करती है और भाजपा के जीत का यही गुरुमंत्र भी है।
यह भी पढ़ें : कांग्रेस नेत्री ने थामा ‘BJP’ का दामन! किरणदेव ने दिलाया प्रवेश
यह भी पढ़ें : Political Story : ‘PM मोदी का पत्र’ लेकर चुनावी जंग में कूदेगी BJP! इसके सियासी मायने
यह भी पढ़ें :IANS interview :पीएम मोदी की चर्चा चारों ओर, भाजपा मजबूत स्थिति में