कोलकाता रेप कांड की तुलना पुलवामा से करना टीएमसी के मानसिक दिवालियापन का प्रमाण : प्रेम शुक्ला

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता प्रेम शुक्ला (BJP Spokesperson Prem Shukla) ने तृणमूल सांसद कुणाल घोष के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल

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  • Updated On - August 22, 2024 / 11:21 AM IST

नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता प्रेम शुक्ला (BJP Spokesperson Prem Shukla) ने तृणमूल सांसद कुणाल घोष के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर की तुलना पुलवामा हमले (Pulwama attack) से करने पर पलटवार किया है।

  • प्रेम शुक्ला ने बुधवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि डॉक्टर अपने न्याय और अधिकारों की लड़ाई के लिए हड़ताल कर रहे हैं। एक महिला डॉक्टर के साथ जिस नृशंसता के साथ बलात्कार किया गया और बलात्कारियों के साथ जितनी ममता टीएमसी सरकार ने दिखाई है और पीड़िता के परिवार के साथ जिस तरह के निर्ममता प्रदर्शित की गई। उसके विरोध में पूरे देश के डॉक्टर आक्रोश में है। उसकी तुलना पुलवामा कांड से करना निश्चित तौर पर टीएमसी पार्टी और उनके प्रवक्ता के मानसिक दिवालियापन का प्रमाण है।

भाजपा नेता प्रेम शुक्ला ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर जोरदार प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी का पहले से ही अलगाववादियों, पाकिस्तान परस्तों के साथ गुप्त अलायंस है, गुपकर अलायंस वाले लगातार पाकिस्तान परस्ती की बातें करते हैं। कांग्रेस उसमें शामिल है। अब चुनाव का समय आ गया तो ‘चोर-चोर मौसेरे भाई’ और मौसेरे भाइयों का आपस में गठबंधन होगा।

उन्होंने अजमेर सेक्स और ब्लैकमेल कांड को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। प्रेम शुक्ला ने कहा कि अजमेर बलात्कार कांड में जिस तरह से रेप जिहादियों और कांग्रेसियों का गठबंधन बेपर्दा हुआ है, 100 से अधिक अबोध बालिकाओं के साथ बलात्कार, उनका ब्लैकमेल अजमेर के शैतान खादिम कर रहे थे और उन खादिमों को बचाने का कुकर्म कांग्रेस की विविध सरकारों ने किया। बलात्कारियों को सजा दिलाने की बजाय, कांग्रेस की सरकार मुस्लिम तुष्टीकरण की फिराक में लगातार ऐसे बलात्कारियों को क्लीन चिट दिलाती रही।

प्रेम शुक्ला ने कहा कि जिस तरह से बलात्कारियों को संरक्षण देने का काम ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाले की गॉडमदर के कार्यकाल में हुआ है, उसे यह सिद्ध होता है कि इंडी अलायंस कोई लोकतांत्रिक अलायंस होने की बजाय ‘बलात्कारी बचाओ एलायंस’ के रूप में काम कर रहा है।

बता दें कि 32 साल बाद अजमेर सेक्स और ब्लैकमेल कांड में मंगलवार को फैसला सुनाया गया। कोर्ट ने इस कांड में शामिल 6 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। इसके साथ ही सभी दोषियों पर 30 लाख रुपए का जुर्माना भी ठोका।

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