कांग्रेस की 66 दिवसीय ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मणिपुर से शुरू

शासन को 'अन्याय काल' करार देते हुए कांग्रेस ने रविवार को मणिपुर के थौबल जिले से 66 दिवसीय 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू की।

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  • Updated On - January 14, 2024 / 10:26 PM IST

इंफाल, 14 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले 10 साल के शासन को ‘अन्याय काल’ करार देते हुए कांग्रेस ने रविवार को मणिपुर के थौबल जिले (Thoubal district of Manipur) से 66 दिवसीय ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ (Bharat Jodo Nyay Yatra) शुरू की। यह यात्रा 15 राज्यों से होकर 6,713 किमी की दूरी तय करने के बाद 20 मार्च को मुंबई में खत्‍म होगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने थौबल जिले के खोंगजोम युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद यात्रा को हरी झंडी दिखाई। यह स्मारक 1891 में अंतिम एंग्लो-मणिपुर युद्ध में मारे गए लोगों की याद में बनाया गया है।

यात्रा के दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कांग्रेस नेताओं के साथ बस से यह दूरी तय करेंगे। वहीं कुछ प्रमुख जगहों पर पैदल मार्च भी करेंगे। यात्रा मणिपुर में एक दिन में 107 किमी, चार अन्य पूर्वोत्तर राज्यों नागालैंड में दो दिनों में 257 किमी, अरुणाचल प्रदेश में एक दिन में 55 किमी, मेघालय में एक दिन में पांच किमी और असम आठ दिन में 833 किमी को कवर करेगी।

यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने एक विशाल सभा को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि आठ महीने से अधिक समय से चल रहे जातीय दंगों के दौरान महिलाओं और बच्चों सहित बड़ी संख्या में लोग मारे गए, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास मणिपुर के लिए समय नहीं है।

राहुल गांधी ने कहा, “हम बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने के दर्द, दुख और नुकसान को समझते हैं। हम आपसे मणिपुर में सद्भाव, शांति और स्नेह वापस लाने का वादा करते हैं।”

राहुल गांधी ने कहा, “हमें हमारी पिछली भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर (सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023) के दौरान अच्‍छी प्रतिक्रिया मिली। लाखों लोगों ने साथ दिया। बहुत-से लोगों से बातचीत हुई। पिछली यात्रा के दौरान कांग्रेस ने सभी क्षेत्रों के लोगों की बात सुनी और फिर से लोगों के ‘मन की बात’ सुनने के लिए हम उत्सुक हैं।”

उन्होंने कहा कि बीजेपी-आरएसएस अपने राजनीतिक अभियान के जरिए देशभर में नफरत फैला रहे हैं। देश एक बड़े राजनीतिक अन्याय से गुजर रहा है, अर्थव्यवस्था में चंद बड़ी कंपनियों के एकाधिकार ने छोटे और मध्यम उद्योगों को नष्ट कर दिया है। पिछड़े लोगों, दलितों और आदिवासियों की शासन में कोई भूमिका नहीं रहने दी गई है।

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति के नाम पर वह अब ‘राम नाम का जाप’ कर रहे हैं। वह हर जगह का दौरा कर रहे हैं, लेकिन हिंसाग्रस्त मणिपुर से दूर रह रहे हैं।

उन्‍होंन कहा, ”2019 के चुनाव से पहले बीजेपी ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, कहां हैं नौकरियां, सभी वर्ग के लोगों के साथ अन्याय हुआ है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के माध्यम से हम दलित, आदिवासी, महिलाएं और युवा हर किसी को न्याय दिलाने का वादा करते हैं।”

खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के शासनकाल के दौरान छह पूर्वोत्तर राज्यों- मणिपुर, त्रिपुरा, मेघालय, नगालैंड, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश को राज्य का दर्जा मिला था। इन सभी राज्यों में सभी प्रकार के विकास कार्य भी किए गए।

यात्रा में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, कांग्रेस नेता जयराम रमेश, पवन खेड़ा, प्रमोद तिवारी, गौरव गोगोई, सलमान खुर्शीद, दिग्विजय सिंह, अभिषेक मनु सिंघवी, कार्ति चिदंबरम समेत अन्य नेता शामिल हुए।

बसपा से निलंबित और लोकसभा सांसद दानिश अली ने घोषणा की कि वह राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे। उनका कहना है कि यदि वह ‘एकता और न्याय के लिए सबसे बड़े अभियान’ में शामिल नहीं हुए तो एक राजनेता के रूप में अपना कर्तव्य निभाने में असफल कहलाएंगे।

66 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा 6,713 किमी की दूरी तय करेगी। यात्रा की यह दूरी ज्यादातर बसों के जरिए कवर की जाएगी और प्रमुख जगहों पर पैदल मार्च भी हो। यह यात्रा के 20 या 21 मार्च को मुंबई में समाप्त होने से पहले 15 राज्यों के 100 संसदीय क्षेत्रों के 110 जिलों को कवर करेगी।

यात्रा के दौरान राहुल गांधी छोटी सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करेंगे और लोगों, नागरिक समाज के सदस्यों और विभिन्न संगठनों के साथ बातचीत करेंगे।

कांग्रेस प्रमुख खड़गे, राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य नेता रविवार को एक चार्टर्ड विमान से नई दिल्ली से इंफाल पहुंचे। यहां से वे सीधे थौबल जिले गए और खोंगजोम युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

मणिपुर कांग्रेस के नेताओं ने इंफाल हवाईअड्डे पर कांग्रेस नेताओं का जोरदार स्वागत किया। इसके बाद कांग्रेस नेता पास के एक निजी मैदान में गए, जिसका नाम ‘न्याय मैदान’ है। यहीं से भारत जोड़ो न्याय यात्रा को हरी झंडी दिखाई गई। यात्रा सोमवार को नगालैंड जाएगी और दो दिनों में पांच जिलों में 257 किमी की दूरी तय करेगी।