नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस) देश में ई-कॉमर्स एवं टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स (E-commerce and technology startups), इंजीनियरिंग एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिटेल, इस साल की पहली छमाही में फ्रेशर्स को नौकरी (Jobs for freshers in half yearly) देने वाले शीर्ष तीन सेक्टर बने हैं। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
टीमलीज एडटेक की रिपोर्ट में कहा गया कि फ्रेशर्स की नियुक्तियों में जुलाई-दिसंबर 2023 के मुकाबले 7 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। इसकी वजह मांग का बढ़ना है, जिसके कारण जॉब मार्केट में रिकवरी देखने को मिली है।
फ्रेशर्स को नौकरी देने में बेंगलुरु सबसे आगे रहा है। यहां 74 प्रतिशत नियोक्ताओं ने फ्रेशर्स को नौकरी दी है। इसके बाद 60 प्रतिशत पर मुंबई, 54 प्रतिशत पर चेन्नई है।
रिपोर्ट में बताया गया कि 72 प्रतिशत नियोक्ता आने वाले वर्षों में फ्रेशर्स को नौकरी देना चाहते हैं। 603 कंपनियों का सर्वे कर इस रिपोर्ट को तैयार किया गया है। जो दिखाता है कि नए ग्रेजुएट्स के लिए जॉब मार्केट अच्छा है।
टीमलीज एडटेक के सीईओ और संस्थापक शांतनु रूज का कहना है कि कंपनियों द्वारा फ्रेशर्स की नियुक्तियां करने की इच्छा रखना एक सकारात्मक संकेत है। इससे फ्रेशर्स को आने वाले समय में अधिक अवसर मिलेंगे।
रिपोर्ट में कहा गया कि फुल-स्टैक डेवलपर, एसईओ एग्जीक्यूटिव, डिजिटल सेल्स एसोसिएट और यूआई/यूएक्स डिजाइनर जैसे पेशों में फ्रेशर्स की सबसे अधिक मांग है।
काम करते समय उच्च डिग्री हासिल करने वाले लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है, जिससे पता लगता है कि मांग स्थिर है। मैन्युफैक्चरिंग में 25 प्रतिशत कर्मचारी उच्च डिग्री पाने की योजना बना रहे हैं। यह आंकड़ा इंजीनियरिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर में 19 प्रतिशत और कंस्ट्रक्शन में 11 प्रतिशत है।
जॉब मार्केट में लगातार बदलाव हो रहे हैं और डिजिटल स्किल की मांग तेजी से बढ़ रही है। रूज ने कहा कि ऐसी नौकरियों की मांग अधिक बढ़ रही है। जहां टेक्निकल विशेषज्ञता की अधिक आवश्यकता है।