रायपुर। पूर्व मंत्री अमरजीत भगत (Former minister Amarjeet Bhagat) और उनके करीबियों के यहां आईटी की जांच जारी है। आईटी की टीम (IT team) कारोबारी राजू अग्रवाल, कांग्रेस नेता अटल यादव के घर मैनपाट सहित पीए राजेश वर्मा के राजपुर निवास में जांच कर रही है। आईटी की टीम ने भगत के ओएसडी, एक सिविल इंजीनियर व उनके करीबी रहे एसआई को भी अब तक मुक्त नहीं किया है। शुक्रवार को शहर के बिल्डर्स, डाक्टर व अन्य लोगों से भी देर शाम तक पूछताछ की गई।
17 जनवरी को ईडी द्वारा कराई गई एफआईआर में अमरजीत भगत का नाम कोयला घोटाले के आरोपियों में शामिल है। कोयला घोटाले के सूत्रधार सूर्यकांत तिवारी की डायरी में उनका नाम है और उन पर 50 लाख रुपए लेने का जिक्र डायरी में है।
अमरजीत भगत के बेनामी संपत्तियों एवं जमीन से जुड़े इन्वेस्टमेंट की जांच के लिए आईटी की टीम ने सरगुजा के पंजीयक कार्यालय से पुनर्वास व अन्य मदों की जमीनों की कलेक्टर परमिशन का डाटा लिया है। शुक्रवार को आयकर विभाग ने शहर के नामी बिल्डर्स, चिकित्सक एवं अन्य लोगों से पूछताछ की। बिल्डर्स से कोई संबंध नहीं मिलने पर उन्हें ससम्मान वापस भेज दिया गया। जिन लोगों के नाम बड़े पुनर्वास जमीनों का परमिशन हुआ है, उनकी खोजबीन की जा रही है।
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