‘कविता प्राणलहरे’ बोलीं, ईशु मसीह की ‘कृपा’ से बनीं विधायक! इधर BJP ने कहा-कांग्रेस के धर्मांतरण को बढ़ावा देने का सबूत…VIDEO

By : hashtagu, Last Updated : February 26, 2024 | 7:49 pm

रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कांग्रेस ठीक लोकसभा चुनाव से पूर्व धर्मांतरण (Religious conversion) के मुद्दे पर घिर गई है। जिसे बीजेपी ने अब कांग्रेस की धर्मांतरण की सोच को बढ़ावा देने का आरोप जड़ा है। प्रदेश की सियासत में बिलाईगढ़ से कांग्रेस की विधायक कविता प्राणलहरे (MLA Kavita Pranalhare) का एक विडियो भाजपा ने एक्स ट्विटर पर पोस्ट किया। जिसमें वे कहतीं नजर आ रही हैं कि ईशु मसीह की जय हो. उन्होंने कहा कि 2022 पप्पा ने प्रेयर कराई थी और कहा था कि 2023 में तुझे बड़ा पद मिलेगा। यहां से जाने के बाद सभी रास्ते क्लियर हो जाएंगे। पप्पा जी के आशीर्वाद के कारण आज में विधायक बन गई हूं।

बीजेपी ने साधा निशाना! कहा-अब साबित हो गया है कि कांग्रेस धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाली पार्टी

जिसे मुद्दा बनाकर अब बीजेपी हमलावार हो गई है। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा धर्मांतरण और तुष्टीकरण को बढ़ावा देती है। कांग्रेस विधायक का वर्तमान वीडियो इसका प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में धर्मांतरण होता था तो भाजपा नेता उसका विरोध करते थे लेकिन हमारे नेताओं को जेल भेज दिया जाता था। उन्होंने कहा कि भाजपा सभी धर्मों का सम्मान करती है लेकिन सेवा और लालच के नाम पर धर्मांतरण को बढावा देना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अब विधायक दे रहीं विडियो पर सफाई

कांग्रेस विधायक कविता प्राणलहरे ने विवादित वीडियो को लेकर कहा कि, मैं जनप्रतिनिधि हूं सभी धार्मिक स्थलों पर जाती हूं। मैंने भगवान राम की पूजा की है, उसका वीडियो भी जारी करें. मैं सभी धर्मों का आदर करती हूं, सभी के कार्यक्रमों में जाती हूं। दुनिया में नफरत से बड़ा प्यार है, प्रेम सद्भाव से मैं विधायक बनी हूं। बिना पैसा खर्च किए मुझे क्षेत्र की जनता ने अपना प्रतिनिधि बनाया है। भाजपा की गंदी सोच है, जो समाज को बांटने का काम करती है।

बीजेपी की सरकार बना रही धर्मांतरण विरोधी कानून

अभी हाल में बीजेपी की विष्णुदेव की सरकार ने बड़ा ऐलान किया है कि धर्मांतरण विरोधी कानून लाएगी। इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। लेकिन इन सबके बीच कांग्रेस विधायक की ईसाई धर्म के प्रति आस्था के विडियो ने बीजेपी के हाथ बड़ा सियासी मुद्दा हाथ लग गया है। क्योंकि आदिवासी क्षेत्रों में कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार में हो रहे धर्मांतरण का विरोध किया था। इसके विरोध में कई बीजेपी नेताओं पर एफआईआर भी दर्ज किए गए थे।

मजेदार पहलू है कि बीजेपी जहां कांग्रेस पर धर्मांतरण करवाने आरोप लगा रही थी, जिसे कांग्रेस इससे इनकार ही करती रही। अभी हाल ही में कांग्रेस ने भी धर्मांतरण विरोधी कानून बनाने का मांग किया था। लेकिन इस खुलासे के बाद से अब कांग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है। बीजेपी का कहना है कि सभी धर्मों का सम्मान करना ठीक है। लेकिन मंच से यह कहना कि ईशु मसीह की कृपा से विधायक बनी हूं। और सबको धर्मांतरण के लिए प्रोत्साहित करना गलत है।

इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)

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