नक्सली कनेक्शन पर ‘भूपेश’ से सांसद संतोष पांडेय ने पूछा, ‘यह रिश्ता क्या कहलाता है’…!

नक्सलियों के लेवी वसूलने के मनी ट्रेल का पर्दाफाश करते हुए मोहला-मानपुर पुलिस ने 4 नक्सलियों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक

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  • Updated On - August 10, 2024 / 09:05 PM IST

रायपुर। नक्सलियों के लेवी वसूलने के मनी ट्रेल का पर्दाफाश करते हुए मोहला-मानपुर पुलिस ने 4 नक्सलियों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक विवेक सिंह के दिवंगत नंदकुमार बघेल (Late Nandkumar Baghel) का सलाहकार होने का आरोप लगाते हुए भाजपा सांसद संतोष पांडेय (BJP MP Santosh Pandey) ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल किया है कि बताएं यह रिश्ता क्या कहलाता है।

  • भाजपा सांसद संतोष पांडेय ने मीडिया से चर्चा में कहा कि गिरफ्तार किया गया विवेक सिंह स्वर्गीय नंदकुमार बघेल का सलाहकार रहा है। उसके नक्सलियों के साथ 7 लाख रुपए की लेन-देन की जानकारी भी सामने आई है। इससे स्पष्ट है कि नंदकुमार बघेल के नक्सलियों से संबंध थे। वे मोहला मानपुर के अंदरूनी क्षेत्रों में जाकर बैठकें लेते थे। अब भूपेश बघेल बताएं यह रिश्ता क्या कहलाता है।

भारतीय जनता पार्टी के सांसद संतोष पांडेय ने मानपुर-मोहला में 5 नक्सललियों और 5 अन्य लोगों की गिरफ्तारी के मामले में कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तीखा हमला बोला है। गिरफ्तार लोगों में से एक विवेक सिंह पूर्व मुख्यमंत्री के पिता स्व. नंदकुमार बघेल का सलाहकार रहा है। श्री पांडेय ने कहा कि स्व. बघेल का नक्सलियों के साथ संबंध था। अब पूर्व मुख्यमंत्री बघेल बताएँ, ये रिश्ता क्या कहलाता है?

  • भाजपा सांसद पांडेय ने गंभीर आरोप लगाया कि टेरर फंडिंग से विवेक के पास 12 ट्रक और पूरे क्षेत्र में ट्रेडिंग का कार्य शुरू किया और विनोद वर्मा के नेतृत्व ने भूपेश बघेल ने अपना चुनाव लड़ा। इसमें बस्तर और मानपुर क्षेत्र में, जहाँ नक्सल गतिविधि अधिक है, वहाँ भाजपा को वोट कम मिलने का कारण विवेक द्वारा भूपेश बघेल के लिए फंडिग किया जाना रहा।

भाजपा सांसद पांडेय ने बताया कि विवेक सिंह के दादा आर.एन. सिंह बहुजनी विचारक और पिता आर.एस. सिंह बहुजन अंबेडकरवादी विचारक कहे जाते हैं। खुद विवेक पेशे से एकाऊंटेट व जेएनयू के स्टुडेंट विंग का सदस्य है। 2017 में जेएनयू में कन्हैया कुमार की घटना के समय उसके सोशल मीडिया अकाउंट में राष्ट्र विरोधी कमेंट और पोस्ट लगातार आते रहे। एक दिन माँ दुर्गाजी विषय में अभ्रद्र टिप्पणी करने पर विवेक के विरुद्ध शिकायत दर्ज हुई जिसमें वह विचाराधीन रहा।

  • पांडेय ने कहा कि इसी दौरान उसके समर्थन में सरजू टेकाम की सक्रियता ने उसकी वामपंथी विचारधारा को प्रदर्शित किया तब हजारों की संख्या में हिन्दू जनभावना को आहत करने सरजू के नेतृत्व में आंदोलन हुए। सोनी शोरी जैसे घोर वामपंथियों ने उसके लिए मानपुर में आंदोलन किया। विवेक के परिवार द्वारा वामपंथी गतिविधि को फायनेंशियल मदद की जाती रही है।  पांडेय ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता मे आने के बाद विवेक ,वामपंथी विनोद वर्मा का सबसे करीबी रहा। विनोद वर्मा का सतत उसके निवास में आगमन और मुलाकात खुलेआम है।

भाजपा सांसद पांडेय ने कहा कि विवेक सिंह की विचाराधारा तब और ज्यादा स्पष्ट हुई, जब वह पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के पिता स्व. नंदकुमार बघेल का सोशल मीडिया सलाहकार बनकर सामने आया। मानपुर में ध्वज जलाने का कृत्य इसी विवेक के नेतृत्व में हुआ और भगवान राम का पुतला दहन भी हुआ और उन्होंने माता चंडी को ऐसे अपशब्द कहे जिसे मै दोहरा नही सकता ,जनता जानती है।

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