रायपुर। राजस्थान में छत्तीसगढ़ की कोल माइंस की मंजूरी को लेकर सीएम विष्णुदेव साय (CM Vishnudev Sai) ने साफ तौर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री के दावे को इंकार कर दिया है। ऐसे में बड़ा दिलचस्प सियासत छत्तीसगढ़ को लेकर छिड़ गई है। क्योंकि सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Former Chief Minister Ashok Gehlot) ने लगे हाथ-छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री पर सवाल खड़े किए हैं। लेकिन सीएम विष्णुदेव दो टूक में इस बात को एक सिरे से खारिज कर दिया है कि राजस्थान को किसी तरह का हसदेव अरण्य कोल फील्ड में अनुमति दी गई है।
अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने मंजूरी से इनकार कर दिया है। जब साय से मीडिया ने पूछा कि राजस्थान सीएम ने कोयला खदान को वन विभाग की मंजूरी मिलने पर धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा- ऐसा गलती से हो गया होगा उनकी तरफ से।
छत्तीसगढ़ सीएम के इस इनकार के बाद राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोनों मुख्यमंत्रियों पर सियासी पलटवार किया है। गहलोत ने बयान जारी कर दोनों मुख्यमंत्रियों पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।
गहलोत ने आगे लिखा- राजस्थान और छत्तीसगढ़ की जनता को इसकी सच्चाई बताई जानी चाहिए। क्या दोनों मुख्यमंत्रियों को अधिकारी इस मुद्दे पर गुमराह कर रहे हैं या दोनों मुख्यमंत्री मिलकर अपने-अपने राजनीतिक हितों के अनुरूप जनता को गुमराह कर रहे हैं? बिजली जैसे जरूरी मुद्दे पर दोनों सरकारों को संवेदनशील होने की आवश्यकता है, पर इस तरह की भ्रम फैलाने वाली राजनीति से किसका भला होगा?
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