नई दिल्ली, 5 जून (आईएएनएस)। 17वीं लोकसभा को तत्काल प्रभाव से भंग (17th Lok Sabha dissolved with immediate effect) कर दिया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की सलाह पर यह निर्णय लिया। बुधवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में राष्ट्रपति को 17वीं लोकसभा को तत्काल प्रभाव से भंग करने की सलाह दी गई थी।
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद परंपरा के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा सौंप दिया। राष्ट्रपति मुर्मू ने पीएम मोदी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और नई सरकार के कार्यभार संभालने तक उनसे पद पर बने रहने का अनुरोध किया।
इससे पहले, बुधवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में पीएम आवास पर हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में वर्तमान लोकसभा (17 वीं लोकसभा) को भंग करने की सिफारिश को मंजूरी दी गई थी। पीएम आवास पर केंद्रीय मंत्रिपरिषद की भी बैठक हुई जिसके बाद पीएम मोदी ने राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंपा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी सहित केंद्र सरकार के सभी वर्तमान मंत्रियों को बुधवार रात रात को डिनर पर भी आमंत्रित किया है। मंगलवार को आए चुनावी नतीजों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को फिर से बहुमत मिला है। लेकिन चुनावी नतीजों ने भाजपा के सहयोगियों चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू की भूमिका को महत्वपूर्ण बना दिया है।
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