बेंगलुरु, 21 अगस्त (आईएएनएस)। कर्नाटक भाजपा ने बुधवार को मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (मूडा) भूमि घोटाले में आरोप लगने के बाद भी इस्तीफा नहीं देने के लिए मुख्यमंत्री सिद्दारमैया की आलोचना (Criticism of Chief Minister Siddaramaiah) की।
राज्य भाजपा एससी मोर्चा के अध्यक्ष और विधायक सीमेंट मंजूनाथ (MLA Cement Manjunath) ने कहा, “भले ही सिद्धारमैया को जेल भेज दिया जाए, लेकिन वह कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और जांच का सामना करना चाहिए क्योंकि वह सीधे मामले में शामिल हैं। अगर जांच में यह साबित हो गया कि वह दोषी नहीं हैं तो वह दोबारा मुख्यमंत्री बन सकते हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि खुद की तुलना देवराज उर्स से करने वाले सिद्दारमैया सत्ता से मजबूती से चिपके हुए हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दलितों का पैसा लूटना बंद करना चाहिए, साथ ही उन्हें राज्यपाल थावरचंद गहलोत का सिर्फ इसलिए अपमान करना बंद करना चाहिए कि वह दलित हैं।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल के खिलाफ बोलने वाले कांग्रेस नेताओं पर गुंडा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब एक दलित महिला राष्ट्रपति के सम्मानजनक पद पर पहुंचीं तो कांग्रेस नेताओं ने उन्हें अपमानजनक तरीके से संबोधित किया।
इससे पहले, कर्नाटक भाजपा ने कहा था कि मूडा मामले में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया की जांच के लिए सहमति देने के बाद राज्यपाल का ‘अपमान’ करने के लिए पार्टी राज्यव्यापी विरोध-प्रदर्शन करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा था, “इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं है। मैं इसे कानूनी तौर पर अदालत में लड़ूंगा। यह राज्यपाल द्वारा लिया गया निर्णय है। उनके पास कोई अधिकार नहीं है, उनका कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है और यह असंवैधानिक है। हम इसे कानूनी रूप से लड़ेंगे।”
उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस सरकार के खिलाफ साजिश है। मुख्यमंत्री ने कहा, “इसमें केंद्र सरकार के साथ-साथ भाजपा और जनता दल (एस) की मिलीभगत है। आलाकमान मेरे साथ है, पूरा मंत्रिमंडल मेरे साथ है। सरकार मेरे साथ है, सभी विधायक मेरे साथ हैं।”