शादी के एक महीने बाद राजा रघुवंशी की हत्या में सोनम का इक़रार
By : dineshakula, Last Updated : June 11, 2025 | 4:37 pm

नई दिल्ली: राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi) से शादी के ठीक एक महीने बाद, सोनम रघुवंशी (24 वर्ष) ने मेघालय में हनीमून के दौरान उनके कत्ल में अपनी भूमिका स्वीकार कर ली है। सूत्रों के अनुसार, यह इक़रार पुलिस पूछताछ के दौरान सामने आया है।
भारतीय कानून के तहत, पुलिस को दिया गया इक़रार अदालत में मान्य नहीं होता। ऐसे किसी भी बयान को सबूत के तौर पर मान्यता तभी मिलती है जब वह मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया गया हो।
यह इक़रार उस समय सामने आया जब इस हफ्ते की शुरुआत में सोनम और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाहा (21 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया। कुशवाहा, जो सोनम के पारिवारिक व्यवसाय में काम करता था, पर आरोप है कि वह सोनम के साथ शादी से पहले और बाद तक प्रेम संबंध में था।
राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। दस दिन बाद वे मेघालय हनीमून पर रवाना हुए। 23 मई को दोनों लापता हो गए। 2 जून को राजा का शव ईस्ट खासी हिल्स की एक खाई में सड़ा-गला हालत में मिला। 8 जून को सोनम उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर में सामने आई, जहां उसने तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर आत्मसमर्पण किया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
घटनाक्रम की समयरेखा:
-
11 मई: इंदौर में विवाह
-
21 मई: शिलॉन्ग पहुँचे, बालाजी गेस्ट हाउस में चेक-इन
-
22 मई: कीटिंग रोड से स्कूटी किराए पर ली, सोहरा (चेरापूंजी) की यात्रा
-
23 मई: नोंग्रियाट गांव के पास ट्रेकिंग के दौरान स्थानीय गाइड ने आख़िरी बार जीवित देखा
-
24 मई: सोहरारीम में लावारिस हालत में स्कूटी मिली
-
2 जून: वीसावडोंग फॉल्स के पास खाई से राजा का क्षत-विक्षत शव बरामद
-
7-8 जून: गिरफ्तारियाँ और सोनम का आत्मसमर्पण
हत्या की साजिश और क्रियान्वयन:
विशेष जांच दल (SIT) के अनुसार, तीन सुपारी किलर — आकाश, आनंद और विकास — इंदौर से अलग-अलग समय पर शिलॉन्ग पहुँचे ताकि शक न हो। उनके पहचान और मूवमेंट की पुष्टि CCTV फुटेज, ट्रेन टिकट और आधार कार्ड की फोटोकॉपी से हुई है।
पुलिस का कहना है कि 23 मई को ये तीनों युवक पर्यटक बनकर सोनम और राजा के साथ ट्रेक में शामिल हो गए। एक स्थानीय गाइड अल्बर्ट PDE ने बताया कि उसने मदद की पेशकश की थी, लेकिन उन्हें मना कर दिया गया। उसने बताया कि समूह हिंदी में बात कर रहा था और पर्यटकों से दूर एक अधिक सुनसान और कठिन रास्ता चुना।
हत्या कैसे हुई:
पुलिस के अनुसार, ट्रेक के दौरान सोनम जानबूझकर पीछे रह गई और “मार डालो” कहकर संकेत दिया। उसी वक्त तीनों आरोपियों में से एक ने राजा पर तेज़ हथियार से वार किया, फिर बाकी ने भी उसके सिर और शरीर पर हमला किया। इसके बाद राजा के शव को खाई में घसीट कर नीचे फेंक दिया गया।
सोनम पर शव छुपाने और सबूत मिटाने में मदद करने का आरोप है।
हत्या के बाद सोनम वहां से भाग निकली, टैक्सी लेकर शिलॉन्ग पहुँची और गुवाहाटी होते हुए ट्रेन से इंदौर लौट आई। वहीं तीनों आरोपी गुवाहाटी के रास्ते अलग-अलग होकर मध्य प्रदेश लौट गए।