रायपुर। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ IPS जीपी सिंह (Senior IPS GP Singh of Chhattisgarh) ने शुक्रवार को ज्वाइनिंग दे दी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के बाद राज्य के गृह मंत्रालय से भी उनकी बहाली का आदेश जारी होने के एक दिन बाद सिंह ने ज्वाइनिंग कर ली है।
सिंह शुक्रवार 13 दिसंबर को राजधानी पहुंचे। केंद्र सरकार द्वारा बहाल किए जाने का आदेश जारी होने के बाद यहां उनके घर में उत्सव मनाया गया। श्री सिंह छत्तीसगढ़ हीं नहीं बल्कि देश के पहले आईपीएस हैं जो काफी संघर्ष और कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद वापस सेवा में लौटे हैं। उल्लेखनीय है कि, केंद्र सरकार की याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज हो जाने के बाद श्री सिंह की बहाली का आदेश केंद्र ने जारी किया। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार 10 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के आईपीएस अधिकारी जीपी सिंह के खिलाफ अनिवार्य सेवानिवृत्ति के आदेश को रद्द करने के खिलाफ भारत संघ की चुनौती को खारिज कर दी। न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति एसवीएन भट्टी की पीठ ने दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को केंद्र की चुनौती पर यह आदेश पारित किया, जिसमें सिंह की अनिवार्य सेवानिवृत्ति को रद्द करने के केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण के फैसले को बरकरार रखा गया था।
इस घटनाक्रम के बाद 9 जुलाई 2021 को जीपी सिंह ने हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की और उसमें सीबीआई जांच की मांग की थी। मामले की जांच के बाद 11 जनवरी 2022 को जीपी सिंह को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद उन्हें मई 2022 में उन्हें जमानत मिली थी। इस पूरे वाकये के बाद सर्विस रिव्यू कमेटी की सिफारिश पर 21 जुलाई 2023 को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आईपीएस जीपी सिंह को भारत सरकार ने कंप्लसरी रिटायर कर दिया था। जब आईपीएस को कंप्लसरी रिटायर करने का फैसला लिया गया था। तब उनकी सर्विस के आठ साल बचे थे।
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