‘छाती पर पैर रखकर सुनाएंगे कृष्ण और राम की गाथा’ : मोहन यादव

मुख्यमंत्री ने शहडोल जिले में बाणसागर बांध के बैक वाटर पर बने सरसी पर्यटन केंद्र और रिजॉर्ट का लोकार्पण तथा मऊगंज में विकास कार्यों का लोकार्पण और छात्रवृत्ति का अंतरण किया।

  • Written By:
  • Publish Date - December 15, 2024 / 11:24 AM IST

भोपाल, (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) शनिवार को शहडोल और मऊगंज में आयोजित कार्यक्रमों में आक्रामक रुख में नजर आए। उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि “तुम्हारी छाती पर पैर रखकर” भगवान राम और कृष्ण की गाथाएं सुनाएंगे।

मुख्यमंत्री ने शहडोल जिले में बाणसागर बांध के बैक वाटर पर बने सरसी पर्यटन केंद्र और रिजॉर्ट का लोकार्पण तथा मऊगंज में विकास कार्यों का लोकार्पण और छात्रवृत्ति का अंतरण किया।

इन आयोजनों में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राम मंदिर निर्माण में कांग्रेस की ओर से खड़ी की गई बाधाओं और राज्य सरकार के गीता महोत्सव आयोजन पर उठाए गए सवालों को लेकर हमला बोला।

उन्होंने कहा, “हमारे विरोधी कहते हैं कि हम भगवान राम और कृष्ण की बात सुनाते हैं। हां, हम सुनाते हैं। हम डंके की चोट पर और तुम्हारी छाती पर पांव रखकर राम और कृष्ण की गाथाएं सुनाएंगे और तुम्हें सुननी पडे़गी।”

उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि आखिर “भगवान राम और कृष्ण से तुम्हारे कौन से जन्म के झगड़े हैं”, जरा बताओ तो सही। सनातन संस्कृति से किस बात की लड़ाई है, कांग्रेस वालों की।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर भी मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर हल्ला बोला और कहा कि जब बांग्लादेश में गड़बड़ होती है तो उनके मुंह में ताले लग जाते हैं और इजरायल बम गिरा दे तो है हाय अल्लाह करने लगते हैं, और न जाने क्या-क्या चिल्लाने लग जाते हैं।

मुख्यमंत्री मोहन यादव पहली बार कांग्रेस पर इतने हमलावर दिखे। बीते दिनों की घटनाओं को लेकर उन्होंने एक-एक कर प्रहार किया।

मुख्यमंत्री ने शहडोल के ब्योहारी के जनकल्याण पर्व समारोह में 31.68 करोड़ रुपये की लागत के 22 विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 320.7 करोड़ रुपये की लागत के 40 विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया। साथ ही कई योजनाओं के लाभुकों को भी मदद प्रदान की।

मुख्यमंत्री ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर शहीदों की शहादत को नमन करते हुए शासकीय महाविद्यालय बाणसागर ब्यौहारी का नामकरण शहीद गोविन्द प्रसाद मिश्रा के नाम पर करने की घोषणा की। साथ ही उनकी धर्मपत्नी को शासकीय नौकरी देने की भी घोषणा की।