पृथ्वी से टकराया ‘बड़ा’ सौर तूफान, अमेरिकी एजेंसियां फिक्रमंद, ब्लैक आउट का बढ़ा खतरा

एनओएए के अनुसार, यह तूफान हेलेन और मिल्टन तूफानों के लिए चल रहे रिकवरी प्रयासों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिसमें रेडियो ब्लैकआउट, बिजली ग्रिड पर दबाव और जीपीएस सेवाओं में गिरावट शामिल है।

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  • Publish Date - October 11, 2024 / 10:27 AM IST

लॉस एंजिल्स, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। यू.एस. नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के अनुसार, गुरुवार को एक शक्तिशाली सौर तूफान (Solar Storm) पृथ्वी से टकरा गया। एजेंसियां फिक्रमंद हैं कि तूफान हेलेन और मिल्टन से निपटने के लिए किए जा रहे रिकवरी प्रयासों को ये प्रभावित कर सकता है।

एनओएए के अंतरिक्ष मौसम पूर्वानुमान केंद्र (एसडब्ल्यूपीसी) के अनुसार, मंगलवार शाम को सूर्य से कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) विस्फोट हुआ और गुरुवार सुबह 11:15 बजे (ईएसटी) लगभग 1.5 मिलियन मील प्रति घंटे (2.4 मिलियन किमी प्रति घंटे) की गति से पृथ्वी पर पहुंचा।

शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने एसडब्ल्यूपीसी के हवाले से बताया कि तूफान जी4 (गंभीर) स्तर पर पहुंच गया। इसे जी4 जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म वॉच के रूप में वर्गीकृत किया गया है। गुरुवार और शुक्रवार को जी4 या उससे अधिक जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म वॉच प्रभावी रहा।

एसडब्ल्यूपीसी, जियोमैग्नेटिक तूफान की स्थितियों को लेकर चेतावनियां और अलर्ट जारी करता है।

एनओएए के अनुसार, यह तूफान हेलेन और मिल्टन तूफानों के लिए चल रहे रिकवरी प्रयासों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिसमें रेडियो ब्लैकआउट, बिजली ग्रिड पर दबाव और जीपीएस सेवाओं में गिरावट शामिल है।

सीएमई, सूर्य के कोरोना से चुंबकीय क्षेत्र और प्लाज्मा द्रव्यमान का बहुत बड़ा उत्सर्जन है। जब वे पृथ्वी की ओर आता है, तो पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में बड़ी गड़बड़ी पैदा करता है, जिसे भू-चुंबकीय तूफान कहा जाता है। इससे रेडियो ब्लैकआउट, बिजली कटौती का खतरा बढ़ जाता है।