तेल अवीव, 9 नवंबर (आईएएनएस)। इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) (IDF) और इजरायल सुरक्षा एजेंसी (आईएसए) ने दावा किया है कि हमास आतंकवादी समूह आतंकवादी उद्देश्यों के लिए एम्बुलेंस, अस्पतालों, क्लीनिकों, मस्जिदों और स्कूलों का इस्तेमाल करता है।
बयान के अनुसार, हमास गाजा पट्टी में हथियारों और आतंकवादी गुर्गों को स्थानांतरित करने के लिए एम्बुलेंस का भी उपयोग करता है।
आईडीएफ और आईएसए के संयुक्त बयान में कहा गया, “यह इस बात का एक और उदाहरण है कि कैसे हमास आतंकवादी संगठन नागरिक बुनियादी ढांचे का इस्तेमाल करता है और नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करता है।”
एजेंसियों ने हमास के एक आतंकवादी ऑपरेटिव का वीडियो जारी किया, जिसने पूछताछ के दौरान अधिकारियों से कहा, “मैं अपनी इच्छानुसार किसी भी एम्बुलेंस से जा सकता हूं।”
आतंकवादी ने कहा, “अल-क़सम के पास अपनी खुद की एम्बुलेंस है, जिनमें से कुछ सैन्य अड्डे पर स्थित हैं। एम्बुलेंस की देखने में नागरिक एम्बुलेंस के समान हैं, ताकि उन पर संदेह न हो या इज़रायल बमबारी न कर सके।”
लड़ाई के दौरान, अन्य चीजों के अलावा एम्बुलेंस का उपयोग सेनानियों- कमांडरों और गुर्गों को निकालने के लिए किया जाता है। वे उनमें भोजन, माल और हथियार भी ले जाते हैं क्योंकि उन्हें ले जाने का यह सबसे सुरक्षित तरीका है।
आतंकवादी ने यह भी कहा, “हमास के अधिकांश वरिष्ठ राजनीतिक और सैन्य अधिकारी अस्पतालों, विशेषकर शिफा अस्पताल में छिपे हुए हैं। वे अस्पतालों का फायदा उठाते हैं ताकि उन पर बमबारी न हो। हमास स्कूलों में हथियार और गोला-बारूद जमा करता है।”
आतंकवादी का एक और बयान चौंकाने वाला था, जिसमें उसने कहा, “गाजा पट्टी में कई जगहों पर धांधली हुई है, ऑपरेटिंग सिस्टम तक जाने वाले केबल नागरिक मस्जिदों और क्लीनिकों में हैं।”
आईडीएफ और आईएसए ने कहा कि आतंकवादी का कबूलनामा इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि हमास अस्पतालों, स्कूलों और मस्जिदों पर दुनिया से कैसे झूठ बोल रहा है।