न्यूयॉर्क, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। व्हाइट हाउस (White House) ने कहा कि वह भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना जारी रखे हुए है, लेकिन वह इन आरोपों को ‘बहुत गंभीरता से’ लेता है कि एक भारतीय उसकी धरती पर एक सिख अलगाववादी नेता को मारने की नाकाम कोशिश में शामिल था।
यह प्रतिक्रिया अमेरिका द्वारा एक भारतीय व्यक्ति को हत्या की साजिश रचने का आरोपी ठहराए जाने पर नई दिल्ली की प्रतिक्रिया के बाद आई।
व्हाइट हाउस में रणनीतिक समन्वयक जॉन किर्बी ने संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा, “मैं सिर्फ दो बातें कहूंगा। भारत एक रणनीतिक साझेदार बना हुआ है और हम भारत के साथ उस रणनीतिक साझेदारी को बेहतर बनाने और मजबूत करने के लिए काम करना जारी रखेंगे। साथ ही, हम इसे बहुत गंभीरता से लेते हैं।”
मामले की जांच के भारत के प्रयासों का स्वागत करते हुए किर्बी ने यह भी कहा कि हालिया घटनाक्रम का भारत-अमेरिका संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि” हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि भारतीय भी इसकी जांच के लिए अपने स्वयं के प्रयासों की घोषणा कर रहे हैं। इस अपराध के जिम्मेदार को उचित रूप से जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।”
भारत ने मामले के सभी प्रासंगिक पहलुओं पर गौर करने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया और कहा कि वह समिति के निष्कर्षों के आधार पर आवश्यक कार्रवाई करेगी।
अपने साथ तेल अवीव की यात्रा कर रहे पत्रकारों से बात करते हुए, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भारत सरकार की जांच की घोषणा को “अच्छा और उचित” बताया और कहा कि वे “परिणाम देखने के लिए उत्सुक हैं।”
अमेरिकी अभियोजकों ने बुधवार को कथित तौर पर एक भारतीय सरकारी कर्मचारी की ओर से अमेरिकी नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या की नाकाम साजिश में शामिल होने के लिए भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया।
न्यूयॉर्क निवासी पन्नून भारत में एक नामित आतंकवादी है और प्रतिबंधित खालिस्तान समूह, सिख फॉर जस्टिस का कानूनी सलाहकार है।