वॉशिंगटन डीसी, अमेरिका: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने दुनिया को हिला देने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान, रूस, चीन और उत्तर कोरिया जैसे देश इस समय परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि यह एक बड़ा पैटर्न है, जिसके चलते अमेरिका को भी अपने परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करने की आवश्यकता महसूस हो रही है। उन्होंने यह बयान रविवार को सीबीएस न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में दिया।
ट्रंप ने कहा, “रूस और चीन लगातार परीक्षण कर रहे हैं, लेकिन वे इस पर चर्चा नहीं करते। हम एक खुले समाज का हिस्सा हैं, इसलिए हमें पारदर्शिता रखनी पड़ती है। हमारे यहां मीडिया है, जो हर चीज़ रिपोर्ट करता है। लेकिन अब हमें भी कदम उठाना होगा, क्योंकि अगर बाकी देश परीक्षण कर रहे हैं, तो हम पीछे क्यों रहें? उत्तर कोरिया कर रहा है, पाकिस्तान भी कर रहा है।”
यह बयान उस समय आया जब ट्रंप से रूस के हालिया पोसाइडन अंडरवाटर ड्रोन और अन्य उन्नत परमाणु प्रणालियों के परीक्षण पर सवाल पूछा गया। विश्लेषकों के अनुसार, इस बयान में पाकिस्तान का नाम शामिल करना यह दर्शाता है कि ट्रंप प्रशासन इस्लामाबाद को अमेरिका के प्रमुख रणनीतिक प्रतिद्वंद्वियों में देख रहा है। हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने ट्रंप से मुलाकात कर संबंध सुधारने की कोशिश की थी, लेकिन यह बयान उस पहल को झटका देता दिख रहा है।
ट्रंप ने आगे कहा, “हमारे पास दुनिया को 150 बार उड़ाने जितने परमाणु हथियार हैं। रूस और चीन के पास भी बड़ी संख्या में परमाणु हथियार हैं। हमें अपनी क्षमता का परीक्षण जारी रखना होगा ताकि हम किसी भी चुनौती का जवाब दे सकें।”
एयर फ़ोर्स वन में सवार होने से पहले ट्रंप ने यह भी कहा कि परमाणु निरस्त्रीकरण एक “बहुत बड़ी बात” होगी, लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए अमेरिका का दोबारा परीक्षण शुरू करना “जरूरी और उचित” है। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि अमेरिका में परीक्षण की तैयारियां जारी हैं, हालांकि उन्होंने इसके स्थान और समय का खुलासा नहीं किया।
जब उनसे पूछा गया कि क्या यह कदम वैश्विक परमाणु संतुलन को अस्थिर कर सकता है, ट्रंप ने कहा, “नहीं, हमने इस स्थिति को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया है।”