लिवरपूल की जीत की परेड मातम में बदली, कार ने भीड़ को रौंदा, 27 लोग घायल
By : hashtagu, Last Updated : May 27, 2025 | 8:54 am
लिवरपूल, इंग्लैंड : “You’ll Never Walk Alone” (आप कभी अकेले नहीं चलोगे)। यह नारा इंग्लिश प्रीमियर लीग (EPL) की चैंपियन टीम लिवरपूल (Liverpool) के फैंस के बीच जुनून की तरह बहता है। सोमवार, 26 मई को यह नारा लिवरपूल की सड़कों पर गूंज रहा था क्योंकि टीम ने एक और शानदार सीज़न के बाद EPL खिताब जीत लिया था और इसी दिन विक्ट्री परेड आयोजित की गई थी।
यह सीज़न खास इसलिए भी था क्योंकि पिछले नौ सालों में क्लब को कई ट्रॉफियां जिताने वाले महान जर्मन मैनेजर जुर्गेन क्लॉप ने अपने पद से विदाई ली और नए मैनेजर ने पहले ही साल में टीम को इंग्लैंड फुटबॉल का चैंपियन बना दिया। इसी खुशी में शाम 5:40 बजे के करीब लिवरपूल की ओपन-टॉप बस रॉयल लिवर बिल्डिंग से गुज़री और फैंस “You’ll Never Walk Alone” गाते हुए जश्न मना रहे थे।
लेकिन ठीक शाम 6 बजे के बाद, पास की वॉटर स्ट्रीट पर एक भयावह हादसा हुआ। लिवरपूल में रहने वाले 53 वर्षीय एक श्वेत ब्रिटिश पुरुष ने अपनी कार भीड़ पर चढ़ा दी। खुशी का माहौल कुछ ही पलों में मातम में तब्दील हो गया। इस घटना में 27 लोग घायल हुए, जिनमें से दो की हालत गंभीर है, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। इसके अलावा 20 लोगों का घटनास्थल पर ही मामूली चोटों का इलाज किया गया, जबकि कुछ अन्य लोगों ने बाद में मर्सीसाइड के अस्पतालों में खुद को दिखाया।
🚨PHOTO and VIDEO of the driver from the Liverpool attack.
The initial reports said he was 53 years old and white.
Those reports appear to be wrong. This is the driver from the van.
Young, and definitely not white.
Coverup already running. 🇺🇸 pic.twitter.com/d1JmR43o7H
— Walter Curt (@WCdispatch_) May 26, 2025
घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों ने उस भयावह मंजर को साझा किया। द गार्डियन से बात करते हुए 55 वर्षीय लेस विंस्पर ने बताया, “लोग कार की खिड़कियों को पीटने लगे, फिर खिड़कियां तोड़ दी गईं। चालक घबरा गया और उसने एक्सीलेरेटर पर पैर रख दिया। उसने किसी को टक्कर मारी, जो करीब 20 फीट हवा में उछल गया, फिर वह कार लेकर भीड़ में घुस गया। मैंने ऐसा कुछ कभी नहीं देखा।”
विंस्पर ने आगे कहा, “मुझे लगता है उसने गलती से किसी को मारा और फिर घबरा कर गैस पर पैर रख दिया। यह मेरे जीवन की सबसे भयावह चीज थी। टीवी पर ऐसी चीजें देखते हैं, लेकिन असल में देखना बहुत डरावना था। बच्चे रो रहे थे, क्योंकि उन्होंने यह सब अपनी आंखों के सामने देखा। मैं अब भी सदमे में हूं।”
पुलिस ने कहा है कि इस घटना को आतंकवाद की घटना नहीं माना जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह पूरा हादसा करीब 20 से 30 सेकंड तक चला, जब तक कार लगातार लोगों को कुचलती रही।
