नेतन्याहू और अमेरिकी विदेश मंत्री के बीच बंधकों की रिहाई और गाजा पर हमलों को लेकर हुई बात : इजरायल

By : hashtagu, Last Updated : March 24, 2025 | 12:26 pm

यरूशलम, 24 मार्च (आईएएनएस)। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Netanyahu) और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने हमास की कैद में मौजूद बंधकों को रिहा करने के प्रयासों और गाजा पर इजरायल के हमलों को लेकर फोन पर चर्चा की।

नेतन्याहू के कार्यालय से रविवार को जारी एक बयान में कहा गया, “दोनों ने इजरायली बंधकों की रिहाई और गाजा में लड़ाई फिर से शुरू करने सहित क्षेत्रीय विकास पर चर्चा की।”

साथ ही कहा कि रुबियो ने अमेरिका के इजरायल और उसकी नीतियों के लिए अटूट समर्थन को व्यक्त किया।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने मंगलवार से गाजा में हवाई और जमीनी हमले शुरू किए हैं, जिससे दो महीने का युद्ध विराम प्रभावी रूप से समाप्त हो गया है।

गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, बमबारी में करीब 673 लोग मारे गए हैं और 1,233 अन्य घायल हुए हैं।

इस बीच, हमास ने इजरायल पर जनवरी में दोनों के बीच हुए युद्ध विराम समझौते को तोड़ने का आरोप लगाया।

हमास के प्रवक्ता ताहिर अल-नुनू ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि समूह युद्ध विराम को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से आए मध्यस्थों के नए प्रस्तावों का मूल्यांकन कर रहा है, जिसमें अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ का “ब्रिजिंग” प्रस्ताव भी शामिल है।

इससे पहले 16 फरवरी को इजरायल के प्रधानमंत्री ने कसम खाई थी कि अगर हमास उनके सभी बंधकों को वापस नहीं करता है तो वे “नरक के द्वार खोल देंगे”। साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के “गाजा के भविष्य के लिए साहसिक दृष्टिकोण” की प्रशंसा भी की।

अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो के साथ एक संयुक्त बयान में बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गाजा के मामले में अमेरिका और इजरायल की साझा रणनीति है।

बयान में कहा गया है, “हम हमेशा इस रणनीति का विवरण जनता के साथ साझा नहीं कर सकते हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि ‘नरक के द्वार कब खोले जाएंगे’, क्योंकि अगर हमारे सभी बंधकों को अंतिम बंधक तक रिहा नहीं किया जाता है तो वे निश्चित रूप से खुलेंगे।”

उन्होंने कहा, “हम गाजा में हमास की सैन्य क्षमता और उसके राजनीतिक शासन को खत्म कर देंगे। हम अपने सभी बंधकों को वापस लाएंगे और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि गाजा फिर कभी इजरायल के लिए खतरा न बने।”