श्रीलंका में चक्रवात दित्वा का कहर 123 की मौत 130 लापता भारी बारिश और बाढ़ से तबाही
By : hashtagu, Last Updated : November 29, 2025 | 1:25 pm
Srilanka Cyclone: श्रीलंका में चक्रवात दित्वा ने भीषण तबाही मचा दी है। देश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 130 लोग अभी भी लापता हैं। यह जानकारी श्रीलंका के डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर ने शनिवार को दी। भारी बारिश का दौर पूरे हफ्ते चला, जिसने कई जिलों को बुरी तरह प्रभावित किया।
डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर के महानिदेशक संपथ कोटुवेगोडा के अनुसार राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं। लगभग 44 हजार लोगों को अपने घर छोड़कर सरकारी राहत कैंपों में शिफ्ट किया गया है। चक्रवात का प्रभाव अब भारत की ओर बढ़ रहा है, लेकिन श्रीलंका में इसका असर बड़े पैमाने पर विनाश छोड़ गया है।
Indian Air Force and Indian navy working very closely with Sri Lankan forces in relief and rescue operations
For now, India has provided a number of food, relief, and other life saving medicine to worst hit Sri Lanka
Situation will take another 4 to 5 days to be in control pic.twitter.com/DqoU5BrcLH
— Closed Files (@Madlove1Jhon) November 29, 2025
कोलंबो में मीडिया से बात करते हुए कोटुवेगोडा ने बताया कि सेना की मदद से राहत कार्य बड़े स्तर पर चल रहे हैं। सोमवार से मौसम का प्रभाव नजर आ रहा था, जबकि बुधवार को चक्रवात के लैंडफॉल के बाद रिकॉर्ड बारिश दर्ज हुई। शनिवार को निचले इलाकों में पानी का स्तर और बढ़ गया, जिसके बाद केलानी नदी किनारे रहने वाले लोगों को तुरंत घर खाली करने का आदेश दिया गया। शुक्रवार शाम को नदी का जलस्तर बढ़ने से सैकड़ों लोग अस्थायी शेल्टरों में पहुंच गए।
Indian Navy’s #OperationSagarBandhu rushes ships, relief & personnel to cyclone-hit Sri Lanka with urgent humanitarian aid, boosting regional disaster response & India’s steadfast Neighbourhood First
commitment.https://t.co/YgoYnWKkRl pic.twitter.com/tr3W2FClsr— Pankaj Rajpoot (@rajp60529) November 29, 2025
अधिकतर इलाकों में बारिश थमी है, लेकिन उत्तर श्रीलंका में अभी भी छिटपुट बारिश हो रही है। राहत अभियान में भारत भी मदद कर रहा है। शनिवार सुबह भारत ने राहत सामग्री का एक विमान कोलंबो भेजा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका में हुई भारी जनहानि पर संवेदना व्यक्त की और कहा कि भारत जरूरत पड़ने पर और सहायता भेजने को तैयार है।
सरकार ने पूरे देश में बचाव अभियान तेज करने के लिए सेना की तैनाती बढ़ा दी है। हेलीकॉप्टर और नावों के जरिए फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि इस बार की बाढ़ 2016 से भी ज्यादा गंभीर हो सकती है, जब 71 लोगों की मौत हुई थी। इस हफ्ते की तबाही पिछले साल जून के बाद सबसे बड़ी है, जब भारी बारिश में 26 लोगों की जान गई थी। दिसंबर में भी 17 लोगों की मौत बाढ़ और भूस्खलन के कारण हुई थी।
2003 के बाद से श्रीलंका में सबसे भयावह बाढ़ उसी साल आई थी जब 254 लोग मारे गए थे।



