ट्रंप ने पुतिन से मुलाकात के दौरान दिखाई सैन्य ताकत, बी-2 बमवर्षकों ने अलास्का में उड़ान भरी | अहम वार्ता बिना किसी समझौते के खत्म

यह घटना इसलिए भी खास है क्योंकि हाल ही में अमेरिका ने इरान-इज़राइल युद्ध के दौरान बी-2 बमवर्षकों का इस्तेमाल किया था, जिससे यह तकनीकी ताकत दिखाने का एक और अवसर बन गया।

  • Written By:
  • Publish Date - August 16, 2025 / 12:11 PM IST

अलास्का: पूरी दुनिया की निगाहें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के बीच होने वाली मुलाकात पर लगी हुई थीं। यह बैठक इस उम्मीद में थी कि दोनों नेता यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के दिशा में कुछ समझौते पर पहुंचेंगे, लेकिन यह वार्ता बिना किसी ठोस समझौते के समाप्त हो गई।

बैठक के दौरान, ट्रंप ने पुतिन के सामने अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया। बैठक से पहले, ट्रंप अलास्का के जॉइंट बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन सैन्य ठिकाने पर पहुंचे, और बाद में पुतिन भी वहां पहुंचे। ट्रंप ने पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत किया, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने अपनी सैन्य ताकत को भी प्रदर्शित किया। जब दोनों नेता पोडियम की तरफ बढ़ रहे थे, तभी बी-2 बमवर्षक विमानों ने आकाश में उड़ान भरकर एक शक्तिशाली सैन्य संदेश दिया। इसके अलावा, उनके रास्ते में युद्धक विमानों को पार्क किया गया, जिसे देख पुतिन चौंक गए।

इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, और लोग इसे पुतिन के लिए ट्रंप की सैन्य ताकत का अप्रत्यक्ष प्रदर्शन मान रहे हैं। यह घटना इसलिए भी खास है क्योंकि हाल ही में अमेरिका ने इरान-इज़राइल युद्ध के दौरान बी-2 बमवर्षकों का इस्तेमाल किया था, जिससे यह तकनीकी ताकत दिखाने का एक और अवसर बन गया।

मॉस्को में होने वाली अगली बैठक

बैठक के बाद, दोनों नेताओं ने अपनी मुलाकात के बारे में जानकारी दी। ट्रंप ने कहा कि बैठक बहुत ही फलदायी रही, और इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि वार्ता में कुछ प्रगति हुई है, लेकिन कई समस्याएं अभी भी हल नहीं हुईं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अंतिम समझौते पर पहुंचने में अभी समय लगेगा। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कई मुद्दों पर एक-दूसरे से सहमति बनाई है, लेकिन कुछ बातें अभी भी लंबित हैं, जिन्हें समाधान करना बाकी है।

उन्होंने बताया कि जल्द ही वह यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की और यूरोपीय संघ के नेताओं से बात करेंगे, और फिर पुतिन से एक और मुलाकात करेंगे, जो कि मास्को में होगी।

रूस-अमेरिका संबंधों पर और चर्चा:

बैठक में, ट्रंप और पुतिन के बीच रूस और अमेरिका के रिश्तों को लेकर भी चर्चा हुई। पुतिन ने कहा कि अमेरिका और रूस के रिश्तों में कई जटिलताएं हैं, लेकिन वे चाहते हैं कि दोनों देशों के रिश्ते मजबूत हों। इस दौरान उन्होंने ट्रंप की सराहना करते हुए कहा कि उनके साथ उनके अच्छे संबंध हैं और वे भविष्य में भी सहयोग जारी रखना चाहते हैं।

हालांकि, यूक्रेन युद्ध को लेकर पुतिन ने कहा कि अगर 2022 में ट्रंप सत्ता में होते तो रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध नहीं हुआ होता। पुतिन ने ट्रंप को मास्को आने का निमंत्रण भी दिया, और अगले बैठक के लिए एक बार फिर मास्को में मुलाकात की उम्मीद जताई।