वाशिंगटन, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) के एक शीर्ष सहयोगी ने धमकी दी है कि अगर पूर्व राष्ट्रपति 2024 में सत्ता में वापस आते हैं तो मीडिया में मौजूद लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ये सहयोगी भारतीय मूल के हैं। कश्यप ‘काश’ पटेल (Kashyap Kash Patel) , जो राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में ट्रंप के आतंकवाद विरोधी सलाहकार और कार्यवाहक रक्षा सचिव के स्टाफ प्रमुख थे, ने स्टीव बैनन के वॉर रूम पॉडकास्ट पर टिप्पणी की।
हालांकि, ‘द गार्जियन’ के अनुसार, ट्रंप अभियान ने पटेल की टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया है और कहा है कि इस तरह की घोषणाओं का उनसे कोई लेना-देना नहीं है। पटेल की टिप्पणियां तब आई जब पूर्व राष्ट्रपति पर चार अलग-अलग अदालती मामलों में 91 आरोप लगाए गए हैं, जिनमें उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा है कि उन पर राजनीतिक कारणों से मुकदमा चलाया जा रहा है।
ट्रंप के खिलाफ आरोपों में 2020 के चुनाव के नतीजों को गैरकानूनी तरीके से पलटने की कोशिश करना शामिल है। इस साल सितंबर में, पटेल ने एक किताब जारी की, जिसमें उन्होंने कहा, “डीप स्टेट के भ्रष्टाचार को उजागर करता है”।
अपने कार्यकाल के दौरान, ट्रंप का मीडिया के साथ असहज संबंध रहा है और उन्होंने सीएनएन, पोलिटिको और न्यूयॉर्क टाइम्स को व्हाइट हाउस मीडिया ब्रीफिंग से रोक दिया था। उन्होंने समाचार आउटलेट्स को “फर्जी समाचार” और “लोगों का दुश्मन” कहा है। रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद की दौड़ में भारी अंतर से आगे चल रहे ट्रंप ने कथित तौर पर अपने राजनीतिक विरोधियों को “पकड़ने” के लिए न्याय विभाग का उपयोग करने का भी वादा किया है।