पड़ोसी बना जासूस: कैसे पाकिस्तान की ISI ने आम भारतीयों को अपना मुखबिर बना लिया

By : hashtagu, Last Updated : May 31, 2025 | 11:52 am

नई दिल्ली: पाहलगाम आतंकी (Pahalgham terrorist) हमले और भारत की कड़ी जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के बाद से देश की खुफिया एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। इसी दौरान भारत के अलग-अलग राज्यों से आम नागरिकों के ISI के लिए जासूसी करने के चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं। बीते एक महीने में राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात और पंजाब से 15 से अधिक लोगों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया गया है।

इनमें एक यूट्यूबर है, एक इंजीनियर, एक हेल्थ वर्कर, एक सरकारी बाबू, और एक मोबाइल सिम बेचने वाला – अलग-अलग पेशों से जुड़े, लेकिन एक ही धागे से बंधे: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए देश की गुप्त जानकारी साझा करना।

CRPF जवान से लेकर यूट्यूबर तक – कौन हैं ये ‘घरेलू जासूस’?

मोटी राम जाट – सीआरपीएफ के भीतर से लीक

दिल्ली से गिरफ्तार मोटी राम जाट, एक साधारण सीआरपीएफ कर्मी था, लेकिन उसके पास ऑपरेशनल जानकारियां थीं। NIA का दावा है कि वह 2023 से पाकिस्तान के इंटेलिजेंस अफसरों से संपर्क में था। सोशल मीडिया पर उसकी गतिविधियों से खुफिया एजेंसियों को शक हुआ।

रवींद्र वर्मा – नेवी डॉकयार्ड से हनीट्रैप का शिकार

मुंबई के एक डिफेंस टेक्नोलॉजी फर्म में काम करने वाले रवींद्र वर्मा को ATS ने पकड़ा। फेसबुक पर “पायल शर्मा” और “इसप्रीत” नाम की फर्जी प्रोफाइल्स के ज़रिए वह हनीट्रैप में फंसा। वह याद्दाश्त से युद्धपोतों और पनडुब्बियों की डिजाइन बना कर भेजता था।

ज्योति मल्होत्रा – यूट्यूबर बनी एजेंट

हरियाणा की ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को ISI से संबंधों के चलते गिरफ्तार किया गया। 12 TB से अधिक डेटा, पाकिस्तान हाई कमिशन से संपर्क, और लाहौर में AK-47 लिए लोगों के साथ घूमने के वीडियो ने उसकी भूमिका को बेनकाब कर दिया। उस पर Official Secrets Act के तहत मुकदमा चलेगा।

सहदेव सिंह गोहिल – व्हाट्सऐप से बॉर्डर की तस्वीरें भेजीं

गुजरात के कच्छ ज़िले के स्वास्थ्यकर्मी सहदेव गोहिल पर बीएसएफ और वायुसेना की नई चौकियों की तस्वीरें भेजने का आरोप है। वह 2023 में “आदिति भारद्वाज” नाम से बनी फेक प्रोफाइल के ज़रिए एक पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में आया।

हरियाणा में नेटवर्क – बेरोज़गार युवा ISI के निशाने पर

पटियाला के छात्र दविंदर सिंह, पानीपत का सिक्योरिटी गार्ड नौमान इलाही, और नूंह के अरमान और तरीफ — सभी युवाओं को ISI ने पैसों और विदेशी यात्रा के झांसे में फंसा कर जासूसी में शामिल किया।

शाकुर खान – राजस्थान सरकार का कर्मचारी

जैसलमेर के सरकारी कर्मचारी शाकुर खान ने सात बार पाकिस्तान की यात्रा की और वहां संदिग्ध गतिविधियों में शामिल रहा। वह एक पूर्व मंत्री का सहायक रह चुका है और उसके संबंध पाकिस्तान के पीर पगाड़ा समुदाय से भी जोड़े जा रहे हैं।

सिम कार्ड स्कैंडल – दिल्ली से पकड़ाया कासिम

दिल्ली पुलिस ने राजस्थान के कासिम को गिरफ्तार किया, जो पाकिस्तानी एजेंटों को भारतीय सिम कार्ड मुहैया करा रहा था। वह खुद पाकिस्तान की यात्रा भी कर चुका है।

उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी गिरफ़्तारी

यूपी के रामपुर में कारोबारी शहजाद और पंजाब के जालंधर में मोहम्मद मुर्तज़ा अली पर पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारी ऐप्स के माध्यम से भेजने का आरोप है। दोनों के मोबाइल और बैंक रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ी सतर्कता

पाहलगाम हमले के बाद भारत ने पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर करारा जवाब दिया। इसके बाद ISI ने डिजिटल जासूसी और ह्यूमन नेटवर्क पर ज़ोर बढ़ाया। अब खुफिया एजेंसियां सीमावर्ती इलाकों, सोशल मीडिया गतिविधियों और विदेश यात्राओं पर सख्त निगरानी कर रही हैं।