2025 में भारतीय क्रिकेट को हिला देने वाले संन्यास
By : hashtagu, Last Updated : December 31, 2025 | 1:20 pm
नई दिल्ली: साल 2025 भारतीय क्रिकेट (Indian cricket) के इतिहास में एक असहज और चौंकाने वाले दौर के रूप में याद किया जाएगा। यह साल सिर्फ इसलिए खास नहीं रहा कि किन खिलाड़ियों ने संन्यास लिया बल्कि इसलिए भी कि यह फैसले जिस समय और जिस तरह से आए उन्होंने क्रिकेट प्रेमियों से लेकर पूर्व खिलाड़ियों तक को हैरानी में डाल दिया।
यह कोई विदाई मैचों और सम्मान समारोहों का दौर नहीं था। अचानक हुए संन्यासों ने भारतीय क्रिकेट को झकझोर दिया और कई सवाल छोड़ दिए जिनके जवाब अब तक नहीं मिल पाए हैं। सबसे ज्यादा चर्चा में रहे भारतीय टेस्ट क्रिकेट के दो मजबूत स्तंभ विराट कोहली और रोहित शर्मा।
मई महीने में दोनों दिग्गजों ने कुछ ही दिनों के अंतर पर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। इतने लंबे और सफल करियर के बाद आमतौर पर जिस तरह धीरे धीरे विदाई होती है वैसा कुछ भी देखने को नहीं मिला। महीनों बीत जाने के बाद भी क्रिकेट जगत में एक ही सवाल गूंज रहा है कि आखिर अब ही क्यों।
इस फैसले का समय और भी चौंकाने वाला रहा। ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद जहां भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा और सीनियर बल्लेबाज लय में नहीं दिखे ठीक उसी के बाद दोनों खिलाड़ियों ने टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया। यह फैसला इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले लिया गया जिससे चर्चाएं और तेज हो गईं।
कोहली और रोहित की ओर से कोई विदाई मैच नहीं खेला गया और न ही विस्तार से अपने फैसले की वजह बताई गई। केवल छोटे बयान सामने आए जिन्होंने प्रशंसकों को संतोष देने के बजाय अधूरापन ही महसूस कराया।
हालांकि दोनों खिलाड़ियों ने एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास नहीं लिया है। वे अब भी भारत की वनडे योजनाओं का अहम हिस्सा बने हुए हैं और संकेत मिल रहे हैं कि 2027 के वनडे विश्व कप तक वे इस प्रारूप में खेलना चाहते हैं। इससे साफ है कि सफेद गेंद के क्रिकेट में उनका जुनून और अधूरा सपना अभी बाकी है।
इसी साल रविचंद्रन अश्विन ने भी भारतीय क्रिकेट के साथ अपने लंबे सफर पर विराम लगा दिया। इसके अलावा घरेलू क्रिकेट के कई अनुभवी खिलाड़ियों ने भी खामोशी से अपने करियर को अलविदा कह दिया।
कुल मिलाकर 2025 वह साल बन गया जब भारतीय क्रिकेट ने अपनी स्वर्णिम पीढ़ी को विदा कहा और एक नए युग की ओर कदम बढ़ाया। यह बदलाव आसान नहीं रहा लेकिन इसी से आने वाले भविष्य की नींव भी तैयार होती दिख रही है।

