रायपुर: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा रवि भगत को पार्टी से निष्कासित करने की धमकी दी जा रही है, और इसका कारण केवल यह है कि वे एक मंत्री से लगातार सवाल पूछ रहे हैं।
भूपेश ने आरोप लगाया कि डीएमएफ (जिला खनिज संस्थान) और सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) में हो रहे भ्रष्टाचार को ढकने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हसदेव और तमनार में आदिवासियों को उजाड़ने के बाद अब भाजपा ने आदिवासी नेतृत्व को दबाने की राजनीति शुरू कर दी है। भाजपा और आरएसएस का आदिवासियों को ‘वनवासी’ कहना उनके असली चरित्र को दर्शाता है, और यह सबको समझना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत ने भाजपा के लिए एक नया आदर्श स्थापित किया है। उन्होंने भाजपा के सुशासन के दावों को झूठा बताया और कहा कि प्रदेशभर में डीएमएफ फंड का बंदरबांट हो रहा है। खनन और उद्योग प्रभावित क्षेत्रों के लोगों का हक मारा जा रहा है, और कमीशन खोरी के लालच में डीएमएफ और सीएसआर फंड की राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है।
रवि भगत छत्तीसगढ़ भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष हैं.
उनको भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा पार्टी से निष्कासित करने की धमकी सिर्फ इसलिए दी जा रही है क्योंकि वे “अडानी संचार विभाग” के एक प्रवक्ता जो कि मंत्री भी है, उससे लगातार सवाल पूछ रहे हैं.
डीएमएफ और सीएसआर में जो भ्रष्टाचार चल…
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 27, 2025
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर भाजपा के मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि आदिवासियों पर राजनीति करने का प्रयास भूपेश बघेल को नहीं करना चाहिए, क्योंकि राज्य का मुखिया स्वयं एक आदिवासी है। वे आदिवासी नेताओं का अपमान करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते।
अग्रवाल ने कहा कि रवि भगत की विचारधारा अलग हो सकती है, लेकिन भाजपा यह संदेश देना चाहती है कि कोई भी अडानी के लोगों से या भ्रष्टाचार पर सवाल नहीं उठाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने देश के सर्वोच्च पद पर आदिवासी समाज की बेटी, द्रौपदी मुर्मू को बैठाया है, और कांग्रेस ने अपने बेटे की गिरफ्तारी के विरोध में पूरे पार्टी को झोंक दिया। लेकिन, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भूपेश बघेल ने आदिवासी नेता कवासी लखमा के नाम पर करोड़ों रुपये कमाए, लेकिन अब उसकी सुध नहीं ले रहे हैं।