छत्तीसगढ़। (Chief Minister Bhupesh Baghel) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी को कई मुद्दों पर घेरा। उन्हाेंने कहा कि अब रमन सिंह की संपत्ति की जांच की अनुमति के लिए भी राज्यपाल को विधिक सलाह की जरूरत है। आरक्षण बिल (reservation bill) को लेकर उन्होंने लटका दिया है। रमन सिंह की संपत्ति की जांच अनुमति को लेकर कहा, क्या ये जांच के नाम पर भी परमिशन लेंगे। या विधिक सलाहकार से सलाह ली जाएगी।
इन्हीं सवालों के बीच उन्होंने बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव के पति के ट्विट पर उन्होंने कहा कि कोई भी दुखी हो सकता है। क्योंकि एक सम्मानित और महिला जनप्रतिनिधि पर जिस तरह से भैया लाल राजवाड़े ने अमर्यादित बात कही है, उसे मैं भी दोहरा नहीं सकता। कहा कि कितनी ताज्जुब वाली बात है कि अर्मायादित टिप्पणी करने वाले अपने नेता को नसीहत देने के बजाय शर्म आनी चाहिए। उन्होंने पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कहा चुने हुए प्रतिनिधि किस तरह की बात कर रहे है। उनको किसी तरह की कोई उपाधि देने ही नहीं चाहिए। उन पर तंज कसते हुए कहा कि अजय चंद्राकर कुछ भी कर लें, उन्हें उनकी पार्टी में कोई पद नहीं दिया जाएगा।
भूपेश बघेल ने कहा अदानी इंटरप्राइजेस के शेयर तो गिरेंगे ही। क्योंकि झूठ की दीवार ज्यादा दिन नहीं टिकती है। अगर जब हम भाजपा के खिलाफ बोलते थे, तो हम हिंदू विरोध हो जाते थे। और अब कहते हैं तो हमें भारत विरोधी कहा जाता है।
भूपेश बघेल ने जीडीपी पर अपने ट्विट को लेकर कहा कि यूपीए के समय में 8 प्रतिशत से अधिक रहा ये 6 को अमृतकाल कह रहे है। जबकि बंगलादेश हमसे ज्यादा मजबूत है। पर भरता अभी भी गरीबी है बेरोजगारी है कुलमिलाकर बजट में कुछ नही है। मिलेट्स का प्लान भी छत्तीसगढ़ में ही हुआ। हम लगातार गोबर से पेंट बना रहे है। केंद्र सरकार भी गोबर धन का गुणगान कर रहे है। जिन्होंने गोबर को राजकीय चिन्ह कहा था आज उन्हें यह सोचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और आवास को लेकर पेश किए बजट में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा। आवास की अगर बात करते है तो हमने पिछले बजट में भी 800 करोड़ का प्रावधान किया था। आगे के बजट में भी करेंगे। इन्हे गरीबों के बारे में बात करनी ही नही चाहिए। रमन सिंह के शासन काल में बेरोजगारी भुखमरी थी। आज हमारे प्रदेश में सभी के हाथों में काम है।
NPS का पैसा हमे नही दिया गया लेकिन LIC ko पैसा दिया गया। कहा, क्या कर्मचारियों का पैसा डूब तो नही जाएगा यह शंका बनी हुई है। एक रिपोर्ट की वजह से सब कुछ ताश के पत्तो को तरह ढह गया है।
इस सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि हम तो रमन सिंह के चेहरे भी चुनाव लड़े थे। लेकिन अब चेहरा किसका है, पुराने चेहरे ही आएंगे। जिन्हें हमने 14 सीटों में ही सिमटाया था। इनके पास कोई चेहरा नहीं है। सिर्फ इनके पास पूर्ववर्ती रमन के सरकार के भ्रष्टाचार की लंबी सूची है।
Chhattisgarh | During UPA we had 8% growth but now it's 6.5% (in BJP rule). We're at the bottom position in Hunger index. Bangladesh's currency is stronger than ours. Under Raman Singh's rule 18% people in state didn't have houses, 40% children were malnourished:CM Bhupesh Baghel pic.twitter.com/mALb5MoM90
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) February 2, 2023