आखिर क्यों ‘मंत्री लखमा’ ने दी पंडित ‘धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री’ को चुनौती!, देखें, VIDEO
By : madhukar dubey, Last Updated : January 20, 2023 | 3:06 pm
छत्तीसगढ़। बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) को आबकारी मंत्री कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) ने चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि राज्य में धर्मांतरण के मामले नहीं बढ़े हैं। अगर वे इसे साबित कर दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा और अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो उन्हें पंडिताई छोड़नी होगी।
बता दें, पंडित धीरेंद्र शास्त्री अभी रायपुर में हैं। वे यहां रामकथा करने पहुंचे हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था, कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मामले बढ़े हैं। उन्होंने बस्तर का जिक्र किया था और कहा था कि वहां के सनातन हिंदुओं को दूसरे धर्म में जाने देने से रोकना होगा। इसके बाद बस्तर के नेता और राज्य सरकार में आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने उन्हें बस्तर चलने और इसे साबित करने कहा। लखमा ने तो यहां तक कह दिया कि बाबा को कैसे पता चला, क्या उन्हें सपना आया था।
बस्तर में आग लगने के बाद भी मंत्री जी का धर्मांतरण पर यूं ईसाई मिशनरियों का बचाव करना, पूरे आदिवासी समाज का अपमान है। pic.twitter.com/CHZkYnqHXT
— Kedar Kashyap (@KedarKashyapBJP) January 20, 2023
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- सनातनियों में एकता नहीं है..
धीरेंद्र शास्त्री ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी है। बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा धर्मांतरण रोकने के लिए जगह-जगह पर हम कथा कर रहे हैं। सॉफ्ट कॉर्नर वाले लोग, जो बहुत ही भोले भाले लोग हैं, उन पर मिशनरी वाले लोग अटैक कर के लालच देकर धर्मांतरण करा रहे हैं। इसलिए उनके बीच जाकर कथा करने का संकल्प लिया है। साथ ही बहुत सारे लोगों को हिंदू धर्म में वापसी करवाई गई है। धीरेंद्र ने कहा, ‘ये सब प्रायोजित लोग हैं। सनातनियों की एकता नहीं होने के कारण ऐसा हो रहा है। अभी हिंदू जागना प्रारंभ हुए हैं, इसका परिणाम ये है जो भी सनातन विरोधी कार्य कर रहे है, उनको मुंह की खानी पड़ रही है।’ इसके अलावा उन्होंने अंधविश्वास उन्मूलन समिति के चुनौती के आरोप पर जवाब दिया है। उन्होंने कहा है रायपुर में उनका स्वागत है, उनके किराए हम देंगे सारी चुनौती हमें स्वीकार है।
रायपुर में बोले बाबा- नागपुर से कोई आया हो तो सामने आए
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने शुक्रवार को रायपुर के दहीहंडी मैदान में हजारों की भीड़ के साथ अपना दरबार लगाया। उन्होंने अपनी कथा की शुरुआत में फिर नागपुर के चैलेंज का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वैसे तो इन पर बात करना समय खराब करना है, लेकिन फिर भी कहता हूं कि यदि वहां से कोई आया हो तो सामने आए, ठठरी बांध देंगे। नागपुर महाराष्ट्र की कथा सात दिन की थी। वहां कुछ लोगों ने कहा कि चुनौती दी तो भाग गए, हमने उन लोगों को रायपुर की चुनौती दी, अगर कोई आया हो तो सामने आए, हमें अपने इष्ट पर पूरा भरोसा है..हम गीला करके भेजेंगे..गीला करके..। उन्होंने कहा जो आरोप लगा रहे हैं कि यह सब पाखंड है तो उनसे कह रहे हैं, कि ना तो हम किसी को बुलाते हैं, ना दक्षिणा लेते हैं और जब दक्षिणा ही नहीं लेते तो अंधविश्वास कैसा। पंडित धीरेंद्र कृष्ण ने कहा था कि संतों को घेरने के लिए बड़ी-बड़ी मिश्नरियां लगी हैं। ये पोषित लोग हैं। संतों को टारगेट करना इनका काम है। देश में दो तरह के लोग हैं, एक- जो बागेश्वर के साथ हैं। दूसरे- जो खिलाफ लोग हैं। वर्तमान में रामचरित मानस को नफरत फैलाने वाला बताया जा रहा है, जहर फैलाने वाला बताया जा रहा है। हिंदू चुपचाप बैठा है। एक शिक्षा मंत्री महोदय ने ऐसा बयान दिया है, हमें तो हंसी आ रही है।
२३ जनवरी तक चलेगी कथा
बीते १७ जनवरी से रायपुर में पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज राम कथा करने पहुंचे हैं। ये कार्यक्रम २३ जनवरी तक शहर के गुढ़ियारी इलाके में चलेगा। इस बीच पंडित धीरेंद्र शास्त्री महाराज पर अंधविश्वास फैलाने के आरोप भी लग रहे हैं। इनका जवाब देने मीडिया के सामने आए, बाबा जी ने कहा- मैं कभी नहीं कहता कि मैं कोई संत हूं, मैं साधारण आदमी हूं।




