आखिर क्यों भड़के ‘खाद्य मंत्री’ के क्षेत्र में ग्रामीण! बोले, करेंगे चुनाव का बहिष्कार
By : hashtagu, Last Updated : August 8, 2023 | 2:42 pm
ग्रामीणों का कहना है कि, इन दो बस्तियों की सड़क पैदल चलने लायक भी नहीं है. मोटरसाइकिल पार करने के लिए एक आदमी को पीछे से धक्का देना पड़ता है. रास्ते में करीब एक फीट तक कीचड़ जमा हो गया है। इसके चलते बाइक चलाते समय पहिया धंस जाता है. पैदल चलते समय जूते और चप्पल भी कीचड़ में धंस रहे है। रास्ता कीचड़ में तब्दील हो जाने के चलते बुजुर्ग घरों में कैद हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गर्मी के मौसम में सरपंच के नेतृत्व में शिवकुमार, समलराम, सरोज, सुशील कुमार, विनय तिर्की, टेहेराम, सुखराम, मनिराम, विक्टोर सहित अन्य ग्रामीणों के ने हर साल बारिश के मौसम में होने वाली इस परेशानी से निजात दिलाने के लिए विधायक को ज्ञापन सौंपा था
बच्चों को स्कूल जाने में हो रही परेशानी
ग्रामीणों ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि, यदि जल्द इन दोनों बस्तियों के लिए सीसी सड़क की मंजूरी नहीं मिली, तो वे विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करते हुए मतदान में भाग नहीं लेंगे। इस संबंध में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से संपर्क नहीं हो पाने के कारण उनका पक्ष नहीं लिया जा सका। टिकरापारा और खालपारा बस्ती की सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाने के चलते प्राथमिक शाला के बच्चों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल आते-जाते समय बच्चे कीचड़ से लथपथ हो रहे हैं। पैर फिसलने से बच्चे गिर भी रहे है, जिससे उनके कपड़े खराब हो जाते हैं। बारिश के मौसम में सड़क के बदहाल होने के कारण कई अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजना छोड़ दिया है।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)
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