रायपुर. छत्तीसगढ़ की सियासत में JCCJ और बागी नेताओं की कांग्रेस पार्टी में वापसी(JCCJ and rebel leaders return to Congress party in politics) की चर्चा जोरों पर है. इस पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव (Deputy Chief Minister Arun Sao)का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी नेतृत्व विहीन हो चुकी है. कांग्रेस के नेता अपने कार्यकर्ताओं को संभाल नहीं पा रहे हैं, मतभेद की स्थिति है. कांग्रेस पार्टी को जनता ने स्पष्ट रूप से नकार दिया है. आने वाले दिनों में भी स्थिति और स्पष्ट नजर आ रही है.
भारतीय जनता पार्टी में संगठन चुनाव को लेकर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बीजेपी संविधान के हिसाब से चलती है. सुव्यवस्थित से तरीके से सर्वानुमति बनाकर करने का काम हो रहा है. प्राथमिक सदस्यता और सक्रिय सदस्यता के लिए भी अभियान चलाए गए. एक-एक बूथ में कमेटी, बूथ के बाद मंडलों और जिलों की रचना हुई है. जिले के बाद प्रदेश और फिर राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव होगा.
बता दें कि हाल ही में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की राष्ट्रिय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी ने पीसीसी चीफ दीपक बैज को पत्र लिखकर विलय का प्रस्ताव भेजा था. पत्र में लिखा कि प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की गठित पार्टी की विचारधारा कांग्रेस की है. पार्टी की कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि पार्टी का कांग्रेस में विलय हो. सभी पदाधिकारी और सदस्य कांग्रेस में प्रवेश करना चाहते हैं। डॉ. रेणु जोगी ने प्रवेश कराने का अनुरोध किया है.
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