विधानसभा सत्र : सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी तकरार, मत्स्य पालन सब्सिडी और शासकीय जमीन में अवैध आवंटन का गूंजा मुद्दा

आज विधानसभा सत्र की शुरुआत में मत्स्य पालन की सब्सिडी और शासकीय जमीनों के आवंटन को लेकर गरमा गर्म बहस हुई। विधायक संगीता सिन्हा

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  • Publish Date - March 5, 2025 / 01:56 PM IST

रायपुर। आज विधानसभा सत्र (Assembly session)की शुरुआत में मत्स्य पालन की सब्सिडी और शासकीय जमीनों के(subsidy for fisheries and government lands) आवंटन को लेकर गरमा गर्म बहस हुई।

विधायक संगीता सिन्हा ने पूछा कि बिना मत्स्य पालन विभाग में बिना भौतिक सत्यापन के 6 करोड़ की सब्सिडी का घोटाला किया है।लेकिन अभी तक क्यों नहीं कार्रवाई की गई है।

इसका जवाब देते हुए मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि शिकायत की जांच की जा रही है।

संगीता सिन्हा ने कहा कि मत्स्य पालन सहायक संचालक ने अपनी पत्नी और सगे संबंधियों के नाम पर जमीन लीज में लेकर सब्सिडी की राशि में भ्रष्टाचार किया गया, शिकायत के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

जिस पर मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि शिकायत एक जून 2024 हुई थी। जांच प्रतिवेदन के बाद एफआईआर कर राशि की रिकवरी होगी। इसी बीच अजय चंद्राकर ने कहा कि अधिकारी के रिटायर्ड होने का आप इंतजार कर रहे थे।

विधायक संगीता ने मंत्री को बताया कि रिटायर्ड मत्स्य संचालक ने अपनी पत्नी विद्या बंजारे और परिवार के नाम पर फर्जी तरीके से लाभ ले रहे है। इस पर मंत्री ने कहा जांच कराएंगे। विपक्ष ने आरोप लगाया कि अधिकारी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।

दूसरी ओर विधायक धरम लाल कौशिक ने प्रश्न किया कि अमलीडीह में 56 करोड़ की शासकीय जमीन को 9 करोड़ में क्यों आवंटित कर दी गई। ऐसा कृत्य करने वाले अफसर पर कोई कार्रवाई की गई है।

मंत्री टंक राम वर्मा ने बताया कि जिस जमीन की चर्चा हो रही है इस शासकीय जमीन का आवंटन की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है। जिस पर धरम लाल कौशिक ने कहा ऐसे जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई होनी चाहिए।

मंत्री ने कहा जब आवंटन ही नहीं हुआ है तो कार्रवाई करेंगें।

हंसराज शेषराज हरवंश ने वन मंत्री से पूछा कि महिला स्वयं सहायता समूह की आड़ में इंदिरा निकुंज रोपनी में गड़बड़ी की जा रही है।

वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा,,,इंदिरा निकुंज रोपनी में रायपुर में श्री कुंवारा देव महिला स्व सहायता समूह संचालित नहीं है। इसकी सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएं, करवाई कराएंगे।

सर्पदंश पर जब स्वास्थ्य मंत्री घिरे

विधायक सुशांत शुक्ला ने राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा से पूछा कि जशपुर को सर्प लोक कहा जाता है, वहां सिर्फ ९६ लोगों की मौत हुई और बिलासपुर में 400 से अधिक लोगों की मौत हुई है। ऐसे में क्या मन जाए कि मुआवजा राशि में फर्जीवाड़ा हुआ है।

मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि इसकी जांच कराएंगे। अगर कुछ ऐसी बात होगी तो कार्रवाई कराएंगे। इसके बाद इस मुद्दे पर धर्म जीत सिंह ने कहा कि कितनी विचित्र बात है कि जशपुर में कम और उससे चार गुना मौतें बिलासपुर में हो रही है। मंत्री टंक बताएं कि सर्प दंश से होने वाली मौतों पर मुआवजा राशि लेने का प्रावधान क्या है। जिस पर मंत्री ने इसकी जानकारी विभागीय पत्रावली में है।

इसके बाद विधायक अंबिका मरकाम ने मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से पूछा कि कितने शराब दुकानों को कैशलैस किया गया है और बाकी को कब तक किया जाएगा।

मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि प्रदेश में 674 शराब दुकानों में 420 शराब को कैशलेस किया गया है।

विधायक कविता प्राण लहरे ने मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से पूछा कि बिलाईगढ़ में हायर स्कूल, हाई स्कूल एवं मिडिल स्कूलों से लैपटॉप और कंप्यूटर वितरण हुआ था। जिसे वापस ले लिया गया।

मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि चयनित विद्यालयों में सत्र 2019-20 में ऑनलाइन निविदा उपरांत स्मार्ट क्लास व आईसीटी लैब स्थापित की गई थी। स्मार्ट क्लास में लैपटॉप व आईटीसी लैब में कम्प्यूटर स्थापित किए गए थे। जिसमें कुछ स्कूलों को निरस्त कर वहां से कुछ ही कम्प्यूटर वापस लिए गए थे।

विधायक भावना बोहरा ने अखबार, टीवी और न्यूज पोर्टल को जारी विज्ञापन की राशि में हुई असंगत वितरण का प्रश्न किया।

इसके जवाब में मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सीएम के स्थान पर जवाब दिया कि इसकी पूरी जाकारी दी गई है। सब कार्य नियम पूर्वक किया गया है। तथ्यों की जांच कराएंगे।

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