धर्म-कर्म-संस्कृति और पंरपराओं के ‘संवाहक’ बने भूपेश! हरेली से होंगे छत्तीसगढ़िया ओलंपिक

अभी तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) के भेंट-मुलाकात में यह बात छनकर सामने आई है।

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  • Publish Date - May 17, 2023 / 04:17 PM IST

रायपुर। अभी तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) के भेंट-मुलाकात में यह बात छनकर सामने आई है। उनका पूरा फोकस धर्म-कर्म और संस्कृति पर है। यानी वे छत्तीसगढ़ की माटी से जुड़े संस्कार, परंपरा और लोक संस्कृति को बढ़ावा देने पर जोर देते रहे। इसके लिए घोषणाएं भी की है। वैसे भी राम की ननिहाल छत्तीसगढ़ की धरती पर उनकी सरकार ने राम वनपथ गमन को विकसति कर अपनी छवि को सनातन धर्म के संवाहक के रूप में भी स्थापित किया है। आज धमतरी विधानसभा के भेंट मुलाकात (Meeting with Dhamtari Assembly) के दौरान भी घोषणाएं की है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में पहली बार 01 से 03 जून 2023 तक आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय रामायण महोत्सव 2023 में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनिक प्रमुखों को पत्र भेजकर उनसे उनके राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के रामायण प्रदर्शन समूहों की भागीदारी का आग्रह किया है।

– मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी से इस राष्ट्रीय रामायण महोत्सव की भव्यता और गरिमा बढ़ेगी।

– राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के अंतर्गत प्रतियोगी कार्यक्रम होंगे, जिसमें प्रस्तुत की जाने वाली नृत्य नाटिका का विषय महाकाव्य रामायण के अरण्य-कांड पर आधारित होगा।

– छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रामलीला मैदान में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का होगा आयोजन।

– देश के विभिन्न राज्यों की मानस मंडली और विदेशी दलों द्वारा रामायण पर केंद्रित प्रस्तुति दी जाएगी।

– राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में सामूहिक हनुमान चालीसा एवं भव्य केलो-आरती का आयोजन भी किया जाएगा।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भटगांव, जिला धमतरी में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य है कि सभी वर्गों की आय में वृद्धि हो इसलिए सभी वर्गों के लिए हमने योजनाएं बनाई हैं। आप सभी सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं इसकी हमें खुशी है, संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए तीज त्योहारों की हमने छुट्टी दी है, खेलकूद को हम बढ़ावा दे रहे हैं, आदिवासियों की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए देव गुड़ियों का हमने जीर्णोद्धार कराया है। चंदखुरी में माता कौशल्या का भव्य मंदिर और शिवरीनारायण का भी विकास कर रहे हैं, रायगढ़ में 1,2,3 जून को अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन कराने जा रहे हैं जिसमें देश विदेशों की टीमें आएंगी, गौठान के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।

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