रायपुर। शिक्षा विभाग (Teacher Posting Scam ) में अधिकारियों ने मिल भगत कर ट्रांसफर और पोस्टिंग घोटाले की बात सामने आई थी। इसकी जांच की बाद में राज्य सरकार ने 3 संयुक्त संचालक और 10 अधिकारियाें को सस्पेंड (10 Officers Suspended) कर दिया। इससे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इस अनियमितता की गड़बड़ी पूरे राज्य में हुई है।
हमारे बिलासपुर इनपुट के मुताबिक एलबी संवर्ग के सहायक शिक्षक से शिक्षक और शिक्षक से प्रधान पाठक पद पर पदोन्नति के बाद 778 पोस्टिंग आदेश में संशोधन कर करोड़ों रुपए वसूलने के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने शिक्षामंत्री से वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने मांग की थी। इस पर शिक्षामंत्री ने आश्वासन दिया था। मामले में शिकायतकर्ता मरवाही के वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. नरेंद्र राय ने शिक्षामंत्री रविन्द्र चौबे से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी। बिलासपुर शिक्षा संभाग में पदोन्नत शिक्षकों की पोस्टिंग संशोधन में करोड़ों रुपए वसूलने की शिकायत पर जेडी एसके प्रसाद और मास्टर माइंड क्लर्क विकास तिवारी को शासन ने पहले ही सस्पेंड कर दिया है, लेकिन जेडी कार्यालय के ही अन्य संदेही अधिकारी को जेडी का प्रभार देने के बाद शिकायतकर्ता ने शिक्षामंत्री से मिलकर जेडी के प्रभार पर आपत्ति जताई है। इस पर शिक्षामंत्री ने कहा था वो जल्द ही नए जेडी की पोस्टिंग करेंगे।
एफआईआर कर संशोधन निरस्त करने से दलालों के रैकेट का होगा खुलासा दलालों के रैकेट तक पहुंचने के लिए करोड़ों रुपए के पोस्टिंग संशोधन घोटाले में एफआईआर दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी कर आरोपियों से पूछताछ करने पर दलालों के रैकेट तक पहुंचना आसान हो जाएगा, क्योंकि जब संशोधन आदेश निरस्त होंगे, तब दलालों से अपने रुपए वापस लेने के लिए शिक्षक भी उनके पीछे पड़ जाएंगे।
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