रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता (BJP State spokesperson Kedarnath Gupta) ने महादेव एप के 20 लाख रुपए की वसूली के लिए 10 लाख रुपए ओमप्रकाश साहू की और कुरुद में सम्पत्ति विवाद के चलते एक लाख रुपए की सुपारी देकर चंद्रशेखर गिरी कराई गई हत्या के खुलासों को लेकर प्रदेश सरकार (State government) पर तीखा हमला बोला और कहा कि प्रदेश की भूपेश सरकार के अपराधगढ़ की सीरीज में एक नया एपिसोड और जुड़ गया है। टारगेट किलिंग के बाद अब सुपारी लेकर हत्या की जाने लगी है। छत्तीसगढ़ में अपराधगढ़ के साथ ही भूपेश राज में जंगलराज स्थापित हो गया है। श्री गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीन ‘सी’ के जरिये सरकार को संचालित करने का काम किया है- क्राइम, करप्शन और कमीशन।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने कहा कि पहले हत्या, लूट, चाकूबाजी, महिला अपराध से लोगों के मन में भय था। अब शांत प्रदेश में सुपारी किलिंग जैसे जघन्य अपराध ने भी अपनी जगह बना ली है। भिलाई में मृतक ओमप्रकाश साहू की पत्नी ने गुमशुदगी की एफआईआर कराई थी। पुलिस सबकुछ जानकर भी हाथ-पर-हाथ धरे बैठी रही। क्या पुलिस पहले ही आरोपियों-अपराधियों में कानून का भय पैदा नहीं कर सकती? गुप्ता ने कुरुद में हुई सुपारी किलिंग पर हैरानी जताई कि महज एक लाख रुपए की सुपारी लेकर हत्या करने वाले अपराधी राजधानी में सुलभ हैं। क्या शासन-प्रशासन और अपराधियों में कोई साँठगाँठ चल रही है? छत्तीसगढ़ में इससे पहले नक्सलियों की आड़ लेकर भाजपा नेताओं की टारगेट किलिंग की गई थी। अब अपनी हार से बौखलाकर कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए गुण्डागर्दी और हिटलरशाही रवैया अपनाकर विपक्ष को रास्ते से हटाना चाहती है। गुप्ता मंगलवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में प्रेस ब्रीफ में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल पहले कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने की अधिकारियों को डेडलाइन देते थे, लेकिन अब उन्हें डेडलाइन से ज्यादा हेडलाइन की चिंता होती है। छत्तीसगढ़ में इससे पहले कभी टारगेट किलिंग और सुपारी किलिंग जैसे अपराधों के बारे में कभी नहीं सुना गया। श्री गुप्ता ने कहा कि कोरबा में 28 वर्षीय युवती का अपहरण कर लिया। इसके साथ ही फिरौती के रूप में 15 लाख रुपयों की मांग की गयी है। पैसे नहीं देने की स्थिति सिर काट कर घर भेजने की धमकी दी गई। एनसीआरबी द्वारा मंगलवार को जारी वार्षिक (2020) रिपोर्ट में चौकानें वाले आंकड़े सामने आए हैं। हत्या के मामले में छत्तीसगढ़ बिहार से आगे है। छत्तीसगढ़ में हत्या के 3.3 फीसदी मामले, जबकि बिहार में 2.6 हत्याएं दर्ज हुईं। इसी प्रकार ऐक्सिस बैंक में बदमाश एक के बाद एक धड़ाधड़ घुसते गए, मैनेजर को चाकुओं से गोदा और करोड़ों के जेवरात और कैश समेट ले गए।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने कहा कि महादेव सट्टा के खिलाफ ईडी की कार्रवाई से मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस पूरी तरह से भयभीत है। जब भी ईडी किसी भ्रष्टाचारी और सट्टेबाज के खिलाफ कार्रवाई करती है, तो मुख्यमंत्री बघेल उनके वकील बनकर आरोपियों के बचाव में दलील देने लगते हैं। यदि मुख्यमंत्री को वकील बनने का ज्यादा शौक है, तो 3 दिसंबर के बाद खाली समय का सदुपयोग कर कानून की पढ़ाई कर केस लड़ना चाहिए।
गुप्ता ने कहा कि महादेव एप सट्टे को बंद करने के बजाय मुख्यमंत्री अपनी गलतियाँ छिपाने के लिए केंद्र पर दोष मढ़ देते हैं। जब अन्य राज्य ऑनलाइन गेमिंग ऐप पर बैन लगा सकते हैं, तो फिर अधिकार होते हुए भी छत्तीसगढ़ सरकार ने इस गेमिंग एप पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया? श्री गुप्ता ने कहा कि महादेव एप का अब तो दूसरा वर्जन भी आ गया है कि दाऊद इब्राहिम के भाई के तार महादेव एप से जुड़े हैं। दाऊद इब्राहिम के भाई के तार महादेव एप के सूत्रधार सौरभ चंद्राकर से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। तो दाऊद का पैसा छत्तीसगढ़ आने से इंकार नहीं किया जा सकता। अब भूपेश बघेल अपनी जिम्मेदारी से क्यों भाग रहे हैं? कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ को दुबई की नई प्रयोगशाला बना दिया है और अब महादेव सट्टा एप के लोग वसूली के लिए अपहरण और सुपारी किलिंग करने लगे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने बिरनपुर में भुनेश्वर साहू की हत्या के मामले को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मॉब लिंचिंग बताने पर कांग्रेस नेताओं द्वारा की गई शिकायत पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि यदि शाह का कथन हेट स्पीच की श्रेणी में आता है तो कांग्रेस विधायक इंद्र शाह मंडावी की मौजूदगी में मोहला-मानपुर की सभा में खुलेआम सरजू टेकाम द्वारा प्रचार करने आने वाले भाजपा के लोगों को काट डालने की दी गई धमकी क्या हेट स्पीच नहीं है? सरजू टेकाम पर आज तक कोई एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई। क्या यह प्रदेश की कांग्रेस सरकार का सरजू टेकाम को खुला प्रश्रय नहीं है?
गुप्ता ने कहा कि लोगों के समूह द्वारा घेरकर मारपीट और हत्या करने को लिंचिंग कहा जाता है, तो फिर केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह का कथन हेट स्पीच कैसे हुआ? बिरनपुर हिंसा में मृत भुनेश्वर के पिता ईश्वर साहू ने 40-42 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट की थी, लेकिन प्रदेश सरकार के इशारे पर पुलिस ने महज 10-10 लोगों पर कार्रवाई की। शेष लोगों पर कार्रवाई नहीं करतके क्या उन्हें भवि,य में और अपराध करने की छूट दी जा रही है? श्री गुप्ता ने कहा कि बिरनपुर मामले के बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी की जा ओ और अगर कांग्रेस की भूपेश सरकार के पास नामजद आरोपियों की सूची नहीं हो तो भाजपा उसे वह सूची सौंप देगी। प्रेस ब्रीफ के दौरान भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी भी उपस्थित थे।
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