बजट पर BJP के दिग्गजों ने ‘छेड़ी जुबानी’ जंग, किसने क्या कहा, देखें VIDEO
By : madhukar dubey, Last Updated : March 6, 2023 | 9:06 pm
अरूण साव बोले, भरोसे के संकट से जूझ रही कांग्रेस
आज पेश हुए राज्य के बजट पर बोले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव कांग्रेस सरकार भरोसे के संकट से जूझ रही है। इसीलिए बजट से पहले ही इस बजट को भरोसे का बजट बताने का प्रयास किया गया। यह भरोसे का नहीं भरोसे को तोड़ने वाला बजट है हर वर्ग को छला गया, सरकार ने वादाखिलाफी के कीर्तिमान रच दिए है कांग्रेस झूठ बोलने वाली पार्टी है, इस बजट ने प्रमाणित कर दिया।
छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने राज्य के बजट को भरोसा तोड़ने वाला बजट करार देते हुए कहा है कि बजट में हर वर्ग को छला गया है। सरकार ने वादाखिलाफी के नए कीर्तिमान रच दिए हैं। जनता का भरोसा तोड़ने वाले अब घर बैठने तैयार रहें।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार भरोसे के संकट से जूझ रही है। इसलिए बजट से पहले ही इस बजट को भरोसे का बजट बताते हुए भरपूर प्रचार किया गया। बजट के पहले ही बजट को भरोसे का बताने के लिए आखिर सरकार को करोड़ों रुपए विज्ञापन पर व्यय करने की जरूरत क्यों पड़ गई। भरोसा तो सरकार का काम देखकर होता है। सरकार ने कोई काम चार साल में नहीं किया, तब जनता को भरोसा कैसे हो सकता है। जब बजट पेश हुआ तो स्पष्ट हो गया कि सरकार जिस तरह 4 साल से जनता को धोखा देती आ रही है,उसी प्रकार अपने अंतिम बजट में भी उसने इसी कार्यक्रम को जारी रखा।
सरकार का यह अंतिम बजट आ गया है और कांग्रेस सरकार की सारी स्थिति इस बजट ने स्पष्ट कर दी है कि यह सरकार जनता को कुछ देने वाली नहीं है। 5 साल पहले जो वादे किए थे, सारे के सारे वादे वहीं रह गए। हर साल बजट के पहले झूठ बोला गया और अब तो समय ही नहीं। सरकार के वादों और इरादों का कच्चा चिट्ठा सामने है।
प्रदेश की जनता को इस बजट से जो भी उम्मीद थी, वह सब समाप्त हो गई। वैसे भी जनता को यह आभास था कि कांग्रेस की सरकार सिर्फ समय काट रही है और जब चुनाव को माह शेष रह गए हैं तो जनता से धोखाधड़ी करने वाला बजट दिया गया है। जिन्होंने साढ़े 4 साल तक कुछ नहीं किया, वे अब गिने-चुने 6 माह में क्या करेंगे। कांग्रेस जानती है कि अब जाने वाली है और जाते-जाते भी जनता को ठगने का काम कर गई है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने कहा कि बजट में शराबबंदी के लिए कोई प्रावधान दिखता है। महिला स्व सहायता समूह का कर्ज माफ करने का कोई प्रावधान नहीं है। दैनिक वेतन भोगियों को नियमित करने के वादे का कोई प्रावधान नहीं है। 200 फूड प्रोसेसिंग बनाने का जो वादा है, वह भी इस बजट में नहीं दिखता है। इस बार फिर राज्य की सरकार ने हर वर्ग को धोखा देने का काम किया है। राज्य के बजट से प्रमाणित हो गया है कि कांग्रेस सबसे झूठी पार्टी है।
नेता प्रतिपक्ष ने दागे सवाल, ये भरोसे का बजट है तो 4 साल ठगने वाला बजट रहा क्या?
कांग्रेस की भूपेश सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि अगर इस वर्ष का बजट भरोसे का बजट था, तो क्या 4 वर्ष का बजट धोखा वाला बजट था ,यह भूपेश सरकार स्पष्ट करें। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने बजट पर प्राथमिक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो सरकार साढ़े 4 वर्ष में कुछ नहीं कर पाई वह 6 महीने में क्या करेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पूछा कि पिछले वर्ष के बजट में जो प्रावधान आप ने की थी। उनमें क्रियान्वयन तो छोड़िए किन-किन योजनाओं पर कार्य प्रारंभ हुआ यह जनता जानना चाहती है। उन्होंने कहा यह पूर्ण रूप से नाउम्मीदगी का बजट है।
अजय चंद्राकर बोले, मेट्रो रेल की बात करने वाली कांग्रेस सरकार पहले ठीक से सिटी बस तो चलवा लें
भाजपा पूर्व मंत्री व मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने कहा कि यह पूरी तरह निराधार बजट है। अनियमित, संविदा, दैनिक वेतन भोगियों के नियमितीकरण के बारे में इस बजट में कुछ नहीं कहा गया है। पिछले 4 वर्षों से 10 लाख बेरोजगारों के बेरोजगारी भत्ता की कर्जदार भूपेश सरकार की बेरोजगारी भत्ता की घोषणा छलावा मात्र है। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग को जो बजट कांग्रेस ने दिया है। उनमे टेंडर की प्रक्रिया पालन करते तक आचार संहिता लग जाएगी। उन्होंने कहा मेट्रो लाइन की घोषणा करने वाली भूपेश बघेल सरकार पहले छत्तीसगढ़ के सिटी बस तो चलवा ले।
बृजमोहन बोले, यह भूपेश नहीं झूठेश सरकार है
पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह विश्वास तोड़ने वाली, भूपेश नहीं झूठेश सरकार का बजट है। उन्होंने कहा कि मृत्यु शैया पर लेटी सरकार पर कौन भरोसा करेगा और जिस प्रकार उन्होंने जनता से छल किया है। जनता इन्हें इनका परिणाम बताएगी। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह सरकार अपने वादों से मुकर गई हैयह सरकार सिर्फ और सिर्फ छलावा कर रही है,धोखेबाजी कर रही है। इस पूरे बजट में कृषि के लिए कुछ भी नहीं कहा गया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बजट में प्रदेश के बेरोजगारों का मजाक उड़ाया है। ₹6 लाख तक की आय प्राप्त करने वाले परिवार को गरीबी रेखा के नीचे माना जाता था। परंतु बेरोजगारी भत्ता ज्यादा लोगों को ना देना पड़े। इसलिए भूपेश बघेल सरकार ने ढाई लाख रुपए तक की आय वाले परिवार के बेरोजगारों युवाओं को ही बेरोजगारी भत्ता देने की बात कह रही है। यह बेरोजगारों के साथ सरासर धोखा है।