लखमा के ‘नोट’ पर BJP का सियासी चोट! संजय बोले, वोट खरीदने की ‘साजिश’ होगी नाकाम

भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि पांच-पांच सौ के नोट बांटते दिखे लखमा का प्रत्याशी बनते ही मतदाताओं के बीच

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  • Updated On - March 26, 2024 / 07:18 PM IST

  • लखमा की नोट बांटकर वोट ख़रीदने की साजिश कभी कामयाब नहीं होगी – संजय श्रीवास्तव
  • भाजपा करेगी चुनाव आयोग से शिकायत

रायपुर। भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव (BJP State General Secretary Sanjay Srivastava) ने कहा है कि पांच-पांच सौ के नोट बांटते दिखे लखमा का प्रत्याशी बनते ही मतदाताओं के बीच 500 का नोट बांट कर वोट खरीदने की साजिश कभी पूरी नहीं होगी। आचार संहिता के दौरान लखमा ने नोट बाट कर आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया है। केंद्रीय चुनाव आयोग से शिकायत कर लखमा का नामांकन रद्द करने की मांग की जाएगी।

भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि इस घटना से कांग्रेस का असली चरित्र एक बार फिर उजागर हो गया है। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की सत्ता में रहने के दौरान पिछले पूरे 5 साल तक कांग्रेस पार्टी के शासक नोट के पीछे ही भागते रहे। उन्होंने नोट कमाने को ही अपना ईमान और धर्म बना लिया था। पूरी प्रशासनिक मशीनरी को इसी काम में लगा दिया था इसी का परिणाम रहा कि आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज हो चुकी है और आधा दर्जन से अधिक अधिकारी जेल की हवा खा रहे हैं । कवासी लखमा के आबकारी मंत्री रहने के दौरान ही 2000 करोड़ का शराब घोटाला उजागर हुआ है। खुलेआम नोट बांटने की घटना साबित करती है कि लखमा के पास भी इस घोटाले की मोटी रकम पहुंची है, जिसे बांटकर वे लोकसभा चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करना चाहते हैं । लेकिन भाजपा ऐसा होने नहीं देगी। चढावा और नोट बांटने में फर्क़ है सनातन धर्म का पाठ हमें ना पढ़ाए

  • भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कॉंग्रेस की ओर से नोट बांटने को सनानत धर्म और संस्कृति से जोड़ने पर कहा है कि भ्रष्टाचार को अपना धर्म समझने वाली कांग्रेस हमें सनातन धर्म के बारे में ना समझाएं। ना ही होली त्योहार या संस्कृति से इसे जोड़ने का प्रयास करें । सभी को ज्ञात है की चढ़ावा कहां दिया जाता है। कवासी लखमा खुलेआम नोट बांटते हुए कैमरे में कैद हो गए हैं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो चुका है, वीडियो में नोट बांटते हुए वोट खरीदने की मनसा साफ दिख रही है। अब उनकी कलई खुल गई है तो कांग्रेसी उनके बचाव में तरह-तरह के बहाने गढ़ रहे हैं।

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