नवा रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र (winter session) के दूसरे दिन आज सदन में सरकार को कड़े सवालों का सामना करना पड़ सकता है। ऊर्जा विभाग, महतारी वंदन योजना और खनिज संसाधनों से जुड़े मुद्दे प्रश्नकाल के केंद्र में रहेंगे। सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक इन विषयों पर सरकार से सीधे जवाब मांगेंगे, जिससे सदन में तीखी बहस और हंगामे के आसार हैं।
ऊर्जा विभाग को लेकर बिजली आपूर्ति की स्थिति, ग्रामीण इलाकों में ट्रांसफॉर्मर की खराबी, लाइन लॉस और नई ऊर्जा परियोजनाओं को लेकर सरकार की नीति पर सवाल उठाए जाएंगे। विपक्ष बिजली दरों में बढ़ोतरी, लगातार हो रही कटौती और बुनियादी ढांचे की कमजोरियों को मुद्दा बनाएगा। वहीं सरकार अपनी योजनाओं और सुधारों को सामने रखकर जवाब देने की तैयारी में है।
महतारी वंदन योजना भी आज सदन की बहस का अहम विषय रहेगी। योजना के तहत महिलाओं को दी जा रही आर्थिक सहायता, पात्रता मानदंड, भुगतान में हो रही देरी और लाभार्थियों की वास्तविक संख्या पर सवाल उठाए जाएंगे। कांग्रेस विधायक योजना के क्रियान्वयन में खामियों का आरोप लगा सकते हैं, जबकि भाजपा इसे महिला सशक्तीकरण की मजबूत पहल बताते हुए बचाव करेगी।
खनिज संसाधनों से जुड़े मामलों पर भी सरकार को जवाब देना होगा। खनन पट्टों का आवंटन, रॉयल्टी की स्थिति, अवैध खनन और खनिज क्षेत्रों में स्थानीय युवाओं को रोजगार जैसे मुद्दों पर विपक्ष सरकार से पारदर्शिता की मांग करेगा। खनिज राजस्व और उसके उपयोग को लेकर भी तीखी बहस की संभावना है।
नवा रायपुर के नए विधानसभा भवन में चल रहे इस पेपरलेस शीत सत्र का दूसरा दिन पहले दिन की तुलना में अधिक गरम रहने के संकेत दे रहा है। पहले दिन विजन 2047 पर चर्चा और विपक्ष के बहिष्कार के चलते सदन अपेक्षाकृत शांत रहा था, लेकिन आज प्रश्नकाल में सत्ता पक्ष और विपक्ष के आमने सामने आने से राजनीतिक माहौल गरमाने की पूरी संभावना है। इसी वजह से शीत सत्र का यह दिन काफी अहम माना जा रहा है।