छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड अंबिकापुर 7 डिग्री पर जशपुर पेंड्रा में अलाव का सहारा

मौसम विभाग का कहना है कि अगले चौबीस घंटों में न्यूनतम तापमान में खास बदलाव की उम्मीद नहीं है लेकिन इसके बाद दो से तीन डिग्री की और गिरावट संभव है।

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  • Publish Date - December 4, 2025 / 12:01 PM IST

Chhattisgarh Weather; उत्तर से चल रही बर्फीली हवाओं ने छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्सों में ठिठुरन अचानक बढ़ा दी है। सरगुजा संभाग में ठंड का असर सबसे ज्यादा दिखाई दे रहा है। अंबिकापुर में रात का तापमान गिरकर सात डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जबकि जशपुर और पेंड्रा में सुबह शाम लोग अलाव के पास बैठकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं।

मौसम विभाग का कहना है कि अगले चौबीस घंटों में न्यूनतम तापमान में खास बदलाव की उम्मीद नहीं है लेकिन इसके बाद दो से तीन डिग्री की और गिरावट संभव है। पिछले चौबीस घंटों में राज्य का सबसे गर्म इलाका दुर्ग रहा जहां अधिकतम तापमान लगभग उनतीस दशमलव नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जबकि सबसे कम तापमान अंबिकापुर में सात दशमलव आठ डिग्री सेल्सियस रहा।

ठंड बढ़ने के बीच स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। विभाग ने चेतावनी दी है कि अचानक तापमान गिरने से हाइपोथर्मिया सर्दी जुकाम और वायरल बुखार का खतरा बढ़ सकता है। लोगों से अपील की गई है कि शीतलहर के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और घर से निकलते समय पूरी तरह गर्म कपड़े पहनें।

नवंबर में छत्तीसगढ़ की मौसम कहानी भी दिलचस्प रही है। कभी यह महीना बेहद ठंडी रातें लेकर आया तो कभी गर्मी और बारिश ने सभी को चौंकाया। पुराने रिकॉर्ड बताते हैं कि दो नवंबर उन्नीस सौ पैंतीस को नवंबर का सबसे अधिक तापमान पैंतीस दशमलव छह डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था जबकि बाईस नवंबर अठारह सौ तिरासी की रात आठ दशमलव तीन डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंची थी जिसे अब भी नवंबर की सबसे ठंडी रात माना जाता है।

बारिश के आंकड़ों में भी नवंबर ने कई रिकॉर्ड बनाए। वर्ष उन्नीस सौ चौबीस में पूरे महीने में एक सौ अड़तीस दशमलव दो मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी और दो नवंबर उन्नीस सौ तीस को चौबीस घंटे के भीतर सत्तर दशमलव चार मिलीमीटर वर्षा हुई थी जो अब तक नवंबर का सबसे बड़ा एकदिवसीय वर्षा रिकॉर्ड है।