छत्तीसगढ़ ने तंबाकू उत्पादों के उपयोग पर नियंत्रण के गुर जाने न्यूजीलैंड में

छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) तंबाकू उत्पादों पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए प्रयासरत है, मगर उसके सामने चुनौतियां भी आ रही हैं।

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  • Publish Date - May 30, 2023 / 02:58 PM IST

रायपुर, 30 मई | छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) तंबाकू उत्पादों पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए प्रयासरत है, मगर उसके सामने चुनौतियां भी आ रही हैं। इसके बावजूद क्या तौर तरीके अपनाए जाएं इसके लिए न्यूजीलैंड के प्रवास पर स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के नेतृत्व में गए दल ने ऑकलैंड विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों से चर्चा की। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के नेतृत्व में आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के अध्ययन दौरे पर गई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने न्यूजीलैंड के ऑकलैंड विश्वविद्यालय (यूओए) का भ्रमण कर विशेषज्ञों से चर्चा की। ऑकलैंड विश्वविद्यालय सार्वजनिक शोध विश्वविद्यालय है और न्यूजीलैंड के प्रमुख विश्वविद्यालयों में से एक है।

सिंहदेव ने आकलैंड विश्वविद्यालय में प्रदेश को तंबाकू मुक्त बनाने में आ रही चुनौतियों तथा तंबाकू उत्पादों के नियंत्रण की दिशा में उठाए गए विभिन्न सामजिक पहलुओं पर विशेषज्ञों के साथ विस्तृत चर्चा की।

स्वास्थ्य विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. ने तंबाकू नियंत्रण से संबंधित नीतियों व कार्यक्रमों को भविष्य में और अधिक प्रभावी तरीके से लागू करने एवं इसके सेवन से लगातार बढ़ रहे रोगियों की संख्या से अर्थव्यवस्था पर पड़ते बोझ पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने वहां किए गए शोध के आधार पर बताया कि तंबाकू उत्पादों से अर्जित आय से अधिक खर्च इससे होने वाली बीमारियों में हो रहा है। इसे देखते हुए न्यूजीलैंड सरकार ने तंबाकू पर रोक के लिए बहुत ठोस नीति बनाई है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने वहां स्मोक-फ्री जनरेशन की दिशा में उठाए गए कदमों की जानकारी दी। तंबाकू और धूम्रपान पर नियंत्रण के लिए वहां सामुदायिक स्तर पर बिहेवियर चेंज कम्युनिकेशन पर बल दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि न्यूजीलैंड में किस तरह से तंबाकू के विक्रय को नियंत्रित करने के साथ ही इससे जुड़े उत्पादों में निकोटीन की मात्रा घटाई गई। धूम्रपान मुक्त पीढ़ी तैयार करने के लिए वहां 2009 या उसके बाद जन्मे किसी भी व्यक्ति के लिए तंबाकू उत्पाद के उपयोग, उपभोग, विक्रय को अवैध करार दिया गया है।

उन्होंने तंबाकू उत्पादों के लिए लाइसेंस पद्धति और अल्टरनेट कल्टीवेशन पर काम करने की आवश्कता पर बल दिया। ऑकलैंड विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने वर्ष 2025 तक न्यूजीलैंड के स्मोक-फ्री जनरेशन हो जाने की बात कही।(आईएएनएस)