छत्तीसगढ़। कुछ ही महीनों में छत्तीसगढ़ को नए डीजीपी (New DGP to Chhattisgarh)मिलेंगे। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से तीन नामों का पैनल(panel of three names) भेजा गया है। बरहाल, इनमें तीनों की क्षमता और कार्यशैली तेज तर्रार है। भेजे गए नाम पर किस पर मुहर लगती है, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। वर्तमान में पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा हैं। इनका कार्यकाल 5 फरवरी को खत्म हो रहा है। जिसे देखते हुए अभी से ही तीन नामों की सूची यूपीएससी को भेज दिया गया है। इसमें अरूण देव गौतम, पवन देव और हिमांशु गुप्ता का नाम शामिल है।
इन नामों में 1992 बैच के आईपीएस पवन देव और अरुण देव गौतम तथा 1994 बैच के आईपीएस हिमांशु गुप्ता का नाम शामिल है. बताया जा रहा है कि डीजीपी की दौड़ के लिए पांच अफसरों का पैनल बनाया गया था. एसआरपी कल्लूरी और प्रदीप गुप्ता का नाम भी पैनल में रखा गया था, लेकिन यूपीएससी को भेजे गए पैनल में केवल तीन नाम ही रखे गए हैं.
गौरतलब है कि बतौर डीजीपी अशोक जुनेजा का कार्यकाल जुलाई 2024 में खत्म हो रहा था, लेकिन उनके रिटायरमेंट के ठीक पहले केंद्र सरकार ने उन्हें छह महीने के लिए एक्सटेंशन दे दिया था. एक्सटेंशन के लिए पहले नए डीजीपी के लिए जिन नामों पर सर्वाधिक चर्चा थी, उन नामों में अरुण देव गौतम और हिमांशु गुप्ता के नाम थे, लेकिन ऐन वक्त पर सब कुछ बदल गया. अब जब जुनेजा का एक्सटेंशन खत्म हो रहा है, ऐसे में नए डीजीपी के चेहरे की खोजबीन तेज हो गई है. राज्य सरकार ने जिन तीन नामों का पैनल यूपीएससी को भेजा हैं, इनमें से एक नाम अशोक जुनेजा के रिटायरमेंट के ठीक एक दिन पहले तक घोषित कर दिए जाएंगे.
अशोक जुनेजा का कार्यकाल बढ़ाये जाने के केंद्र के फैसले के बाद राज्य में तस्वीर भी तेजी से बदल गई. जुलाई महीने में अरुण देव गौतम और हिमांशु गुप्ता प्रमोट हो गए थे, लेकिन एक पुराने केस के चलते पवन देव का प्रमोशन लिफाफे में बंद हो गया. बीते अक्टूबर महीने में पवन देव को क्लीन चिट देते हुए उनके खिलाफ चल रही जांच की फाइल सरकार ने बंद कर दी. सरकार के इस फैसले के बाद पवन देव डीजीपी की दौड़ में शामिल हो गए. पवन देव एक मजबूत दावेदार बनकर उभर गए हैं।
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