रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार प्रशासनिक स्तर पर बड़े बदलाव की तैयारी में है। राज्य के मुख्य सचिव (Chief Secretary) अमिताभ जैन 30 जून को रिटायर हो रहे हैं, और उनके उत्तराधिकारी को लेकर सरकार ने कवायद तेज कर दी है। साथ ही पुलिस विभाग को भी जल्द एक स्थायी DGP मिलने जा रहा है, क्योंकि फिलहाल यह जिम्मेदारी अस्थायी रूप से सौंपी गई है।
मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक जैसे शीर्ष पदों को लेकर मंत्रालय से लेकर प्रशासनिक गलियारों तक बैठकों और चर्चाओं का दौर जारी है। दोनों पदों पर चार-चार वरिष्ठ IAS और IPS अफसरों के नाम चर्चा में हैं।
मुख्य सचिव पद के लिए टॉप दावेदार: रेणु गोनेला पिल्ले
मुख्य सचिव की रेस में सबसे मजबूत नाम सीनियर IAS अधिकारी रेणु गोनेला पिल्ले का माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, उन्हें एक सख्त, अनुशासित और निर्णायक प्रशासक के रूप में जाना जाता है। जनवरी 2025 में जब सीएस अमिताभ जैन छुट्टी पर थे, तब उन्हें कार्यवाहक मुख्य सचिव की जिम्मेदारी दी गई थी। यह स्पष्ट करता है कि सरकार को उन पर भरोसा है। साथ ही वे राजनीतिक दबाव में न आने वाली अफसर के रूप में जानी जाती हैं।
DGP पद के लिए सबसे आगे: अरुण देव गौतम
वर्तमान में कार्यवाहक डीजीपी का कार्यभार संभाल रहे IPS अरुण देव गौतम स्थायी डीजीपी की रेस में सबसे मजबूत दावेदार हैं। वे अपने शांत स्वभाव, सशक्त प्रशासनिक पकड़ और विवादों से दूरी के लिए पहचाने जाते हैं। प्रदेश में पहले भी जो अधिकारी कार्यवाहक डीजीपी रहे, उन्हें ही स्थायी रूप से नियुक्त किया गया है। इस परंपरा और भरोसे के आधार पर गौतम का नाम सबसे ऊपर है।
राजनीतिक गलियारों से लेकर अफसरशाही तक, अरुण देव गौतम को एक पसंदीदा विकल्प माना जा रहा है। अफसरों और राजनेताओं के साथ उनकी अच्छी तालमेल और कार्यशैली ने उनकी दावेदारी को और मजबूत बना दिया है।
सरकार द्वारा जल्द ही इन दोनों पदों पर नामों की घोषणा किए जाने की संभावना है, और अब निगाहें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनके कोर टीम के अंतिम फैसले पर टिकी हैं।