छत्तीसगढ़ का ब्रॉड गेज नेटवर्क 100 फीसदी ‘Electrified’, 2.5 गुना कम होगी लागत

भारतीय रेलवे ने छत्तीसगढ़ ब्रॉड गेज नेटवर्क (Chhattisgarh Broad Gauge Network) का 100 फीसदी विद्युतीकृत किया। 2030 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जक प्राप्त करने के लक्ष्य को निर्धारित करने की तर्ज पर,

  • Written By:
  • Updated On - March 18, 2023 / 08:25 PM IST

नई दिल्ली, 18 मार्च (आईएएनएस)| भारतीय रेलवे ने छत्तीसगढ़ ब्रॉड गेज नेटवर्क (Chhattisgarh Broad Gauge Network) का 100 फीसदी विद्युतीकृत किया। 2030 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जक प्राप्त करने के लक्ष्य को निर्धारित करने की तर्ज पर, भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के बाद छत्तीसगढ़ का भी 100 फीसदी विद्युतीकृत कर लिया है। मौजूदा ब्रॉड गेज नेटवर्क का ये 1,170 रूट किलोमीटर है। जिसके परिणामस्वरूप लाइन हॉल लागत कम (लगभग 2.5 गुना कम), भारी ढुलाई क्षमता, अनुभागीय क्षमता में वृद्धि, इलेक्ट्रिक लोको की परिचालन और रखरखाव लागत में कमी, ऊर्जा कुशल और परिवहन के पर्यावरण के अनुकूल मोड के कारण बचत हुई है।

इसके साथ ही रेलवे ने आयातित कच्चे तेल पर निर्भरता, विदेशी मुद्रा की बचत की है। इसके अलावा, 100 फीसदी विद्युतीकृत नेटवर्क की रेलवे की नीति के अनुरूप विद्युतीकरण के साथ नया ब्रॉड गेज नेटवर्क स्वीकृत किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ राज्य का क्षेत्र दक्षिण पूर्व मध्य और पूर्व तट रेलवे के अधिकार क्षेत्र में आता है। छत्तीसगढ़ के कुछ प्रमुख रेलवे स्टेशन बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग और कोरबा आदि। बिलासपुर छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है और मुंबई-हावड़ा मेन लाइन पर स्थित है। यह एक महत्वपूर्ण जंक्शन है और मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद और बैंगलोर जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ता है।

छत्तीसगढ़ राज्य में देश में सबसे अधिक माल ढुलाई होती है और यहां से रेलवे को महत्वपूर्ण राजस्व प्राप्त होता है। रेलवे नेटवर्क छत्तीसगढ़ से देश के अन्य हिस्सों में खनिजों, कृषि उत्पादों और अन्य सामानों के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

छत्तीसगढ़ में दुर्ग-जगदलपुर एक्सप्रेस, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, समता एक्सप्रेस, कलिंग उत्कल एक्सप्रेस जैसे ट्रेनें राज्य के विभिन्न हिस्सों और भारत के अन्य प्रमुख शहरों के लिए सुविधाजनक कनेक्टिविटी प्रदान करती हैं।