रायपुर। छत्तीसगढ़ की बेटी रीबा बेनी (Riba beni) ने कॉमनवेल्थ फेसिंग चैंपियनशिप (Commonwealth Facing Championship) जीतकर प्रदेश का नाम रोशन कर दिया है। भारतीय एपी महिला टीम को सिल्वर मेडल जीतने में छत्तीसगढ़ रीबा बेनी ने अहम भूमिका निभाई। क्राइस्टचर्च (न्यूजीलैंड) में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में महिला एपी इवेंट में भारत की 5 सदस्यीय टीम रायपुर की रीबा बैनी, बिलासपुर की रूपाली साहू, केरल की निवेदिया नायर, पंजाब की गुरसिमरण और हरियाणा की सेजल गुलिया ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
रीबा ने बताया कि कॉमनवेल्थ में मेडल जीत कर मुझे बहुत खुशी हो रही है। मैंने नेशनल कॉम्पिटिशन में मेरा 6th रैंक आया था, जिसके बेस पर मुझे वहां खेलने का मौका मिला और हमने सिल्वर मेडल जीता। वहां तक पहुंचना ही बहुत बड़ी बात है, लेकिन वहां पहुंचना आसान नही थी।
2018 में की फेसिंग (तलवारबाजी) खेलने की शुरुआत
पिछले 2 साल से SAI सेंटर केरल से ले रही ट्रेनिंग
रीबा ने कहा कि मैं राज्य सरकार से अनुरोध करती हूं कि यहां पर भी फेसिंग को सेंटर खोला जाए, ताकि यहां के टैलेंटेड बच्चे छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करें। छत्तीसगढ़ अभी फेसिंग खेल में बहुत पीछे है। इसलिए यहां अगर सेंटर खुल जाएगा तो मुझे जैसे खिलाड़ी को स्टेट छोड़कर दूसरे राज्य में जाकर ट्रेनिंग नहीं लेनी पड़ेगी।
ओलिंपिक में मैडल लाना सपना
रीबा ने कहा कि मेरा लक्ष्य की ओलिंपिक में जाऊं और छत्तीसगढ़ और देश का नाम रोशन करू। इसके लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी और मैं लगातार मेहनत कर रही हूं और आगे भी इसके लिए मैं कॉम्पिटिशन खेलते रहूंगी।
रीबा ने बताया कि वे अभी 10 वीं में पढ़ाई करती है, लेकिन पढ़ाई और खेल को वो आसानी से मैनेज कर लेती है। रीबा कहती है कि जब वे प्रैक्टिस करती है तो पूरी फोकस खेल पर होता है। जब स्कूल में होती हूं पूरा ध्यान पढ़ाई पर रहता है।
कॉमनवेल्थ सलेक्शन के बाद तलवारबाजी खिलाड़ी रीबा बेनी की मां मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पास जनदर्शन के दौरान आवेदन लेकर पहुंची थी, जिसके बाद सरकार ने 4 लाख रुपए देने की घोषणा है।
रीबा ने कहा कि वे सरकार का धन्यवाद करती है, क्योंकि मेरे जाने की पूरी पूरा उम्मीद टूट गई थी, लेकिन हमने सरकार से मदद मांगी और सरकार ने हमको बकायदा मदद किया तो मैं उसके लिए मैं अपने दिल से सरकार को धन्यवाद देना चाहती हूं ।
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